Thursday, 4 November 2010
अगर मै भारत जाती हूँ
अगर मै भारत जाती हूँ तो बहुत खुश हूगी. मै ਅੰਮ੍ਰਿਤਸਰ में जौउगी क्योकि मेरा परिवार वहा रहता है. मेरी ताई बहुत अच्छा खाना पकती है. मै और अपनी भाई और अपनी बहाने एक बाग़ घर के पास जाएगे. हमेशा हम क्रिकेट खेल खेलते है. खेल के बाद हम आइसक्रीम खाते है. जब मै भारत में हिंदी ही बोलती ही हूँ क्योकी अमेरिका में विस्वविघालय में हिंदी सिखाती हूँ. मै हिंदी लिख सकती हूँ लेकिन मै जाहती हूँ की हिंदी बोल सकू. मेरा पिता जी भी की इच्छा है की मै हिंदी बोलू. मेरी माँ और मेरी बहाने और मै हिन्दुस्तानी फ़िल्म देखेगे. हमे हिन्दुस्तानी फ़िल्मे बहुत पसंद है. हम लड़किया दुकाने भी पसंद है. मै और अपनी बहन जाहता है की नई साड़िया खरीदे. हम बाज़ार जाकर सब दुकाने जाएगे. यह मुमकिन है की हम आगरा में दो- तीन दिन के लिए ठहरे. हम ताजमहल देखेगे और बहुत तस्वीर लेगे. शायद हम एक शादी में जाए. मुझे शादी बहुत पसंद है. रात को सब लोग नाचते है और बहुत खुश है. ये हमेशा बहुत रंगीला और सुन्दर है. मै और अपनी बहन भारत में बहुत साहस होगे. अत में छुट्टी है हम हवाई अडा जाने टैक्सी किराये पर करेगे. यह लंबा यात्रा घर पर आता है.
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सुख औ’ समृद्धि आपके अंगना झिलमिलाएँ,
ReplyDeleteदीपक अमन के चारों दिशाओं में जगमगाएँ
खुशियाँ आपके द्वार पर आकर खुशी मनाएँ..
दीपावली पर्व की आपको ढेरों मंगलकामनाएँ!
-समीर लाल 'समीर'