Tuesday, 23 November 2010

भूल

रोज़ रोज़ कोई लोग भूल जाते हैं . कुछ दिनों में मैं भी भूल जाता हूँ . मेरी ज़िन्दगी में मैंने भी बहुत भूल किया है . अगले साल मैं गर्मी का मौसम में कैलिफोर्निया गया था . वहां मैं मेरा परिवार के साथ रहता था . हम सब लोग एक घर में रहते थे . एक दिन, हम सब समुद्र तट पर गए थे . सुबह में दस बजे हम गया था . बहार बहुत गर्मी थी. वहां हम पानी में खेल रहे थे और मज़ा कर रहे थे . मैं और मेरा दोनों दोस्तों के साथ चालना के लिए निकल गया . अचानक हम रास्ते भूल गया . किस्सी को खबर नहीं थी कि हम कहा से वापस जाना है. हम तीनों को डर लगता था क्यों कि हम एक विदेश स्टेट मई थे . मेरे एक दोस्त को आईडिया था कि हम पोलिसे को फोन करना चाहिए . इस लिए हम एक शेरिफ को मिला और उसको पूछा कि हम कहाँ है और कहाँ से वापस जाना है . वोह आदमी बहुत अच्छा था और हम तीनों ने बताया कि हम वहां से वापस जाना है, हमारे परिवार को मिलने के लिए. उस दिन से हम बहुत कुश थे क्यों कि हमारे परिवार से वापस मिला . मुझे लगा कि मैं कभी नहीं रास्ता भूल जाऊ .

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