Monday 22 November 2010

"क्या आपसे कभी कोई भूल हुई है?"

वह मेरे कॉलेज का पहला साल और पहला सेमेस्टर था. मैंने इंगलिश १२५ का कलास लिया था. पहला दिन कॉलेज और पहला इंगलिश का था. मै इंगलिश का कलास रूम दुदते हुए गुम हो गया और कलास में डेढ़ घंटे देर से पहुचा, तब तो मेरा कलास पूरा हो चूका था. मै इंगलिश के टीचर से बात करने के लिए भी गया, परन्तु टीचर ने खा की जो भी विध्यार्ती पहला और इसे दुसरे कलास में नही पहुचते है समयसर वो अपने आप ही कलास में से निकाल दिए जाते है, और यह नियम सभी विध्यार्ती पर लगता है और मेरी यही सबसे बड़ी गल्ती हुई. मै कॉलेज के नोर्थ काम्पुस मै रहा करता था और मुझे सभी कलासो में बस लेकर जाना पड़ता था, और उस दिन मै गल्ती से दुसरे बस स्टेशन पर उतर गया, और कलास में समयसर नही पहुच पाया. मुझे उस इंगलिश के कलास के लिए अगले सेमेस्टर तक राह देखनी पड़ी. परन्तु बाद में मुझे अपने दोस्तों से पता चला कि वह इंगलिश के कलास कि टीचर बहुत कठिन थी और उन्हें उसके कलास में "बी" ग्रेड मिला था. इसलिए मैने दुसरे सेमेस्टर में वह कलास दुसरी टीचर के साथ ले लिया, और मुझे उसमे "अ" ग्रेड मिल गया. इसीलिए तो कहते है, जो भी होता है, उसमे कुछ कारण तो होता है. और मेरी यह बड़ी गल्ती, मुझे फायदे मंद निकली. परन्तु सभी गलतिया हमेशा फायेदमंद नही होती.

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