Sunday 7 November 2010

अगर मैं भारत जाता

अगर मैं भारत जाता तो मैं शायद पहले मुंबई उतरता और वहाँ से वड़ोदरा जाता। वड़ोदरा में मेरे दादा-दादी रहते है। इसलिए वहाँ जाकर में सबसे पहले उन्कों मिलने जाता। उसके बाद मैं मेरे दूसरे रिश्तेदारों से मिलने जाता। मैं वड़ोदरा में अल्कापूरी खरीदारी के लिए जाता। वहाँ मेरी माँ साड़ियाँ खरीदती और मैं शेरवानी खरीदता। वड़ोदरा के बाद मैं दाहोड़ मेरे नाना-नानी और मौसी को मिलने के लिए जाता। संभव है कि मुझे दाहोड़ अच्छा न लगे क्योंकि वह एके छोटा सा गाँव है और बहुत गन्दा है। हो सकता है कि मुझे वड़ोदरा ज्यादा अच्छा लगे क्योंकि वहाँ बड़े-बड़े माल और सिनेमा-घर हैं। मुमकिन है कि मैं मेरे नाना-नानी के साथ बाद में सिंगापुर जाऊँ क्योंकि वे सिंगापुर में भी कभी-कभी रहते हैं। मैं भारत जाता तो में बीमार न होने के लिए सिर्फ उबला हुआ पानी पिता। अगर में भारत जाता तो मैं सिर्फ दो हफ्तें के लिए जाता और जरुर सिंगापुर से होकर जाने के लिए सोचता। सिंगापुर मुंबई से (हवाई जाहज में) सिर्फ पाँच घंटे दूर है। अमरीका वापस आने से पहले में भारत और सिंगापुर से बहुत बड़ी-बड़ी और सुन्दर मूर्तियाँ खरीदता क्योंकि मुझे मूर्तियाँ बहुत पसंद हैं। हिंदुस्तान से लौटकर मैं सबसे पहले "टाको बेल" जाता!

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