Monday, 8 November 2010
अगर मैं भारत जाती...
मेरे लिए "अगर मैं भारत जाती हूँ..." नहीं है, मैं भारत कब जाती हूँ--यह एक सवाल है। शायद इस गरमी में मैं भारत जाऊँ। मैं एक बार भारत गयी हूँ लेकिन मुझ को रिसर्च के लिए बार-बार भारत जाना पड़ेगा। मैं भारतीय दवाओं के बारे में रिसर्च कर रही हूँ. इस लिए जब मैं भारत जाउंगी मैं पढ़ूँगी। मैं कई हस्पितालों में जाउंगी। शायद ये हास्पिटल दिल्ली में या बनारस में होंगे। उस के बाद मुझ को कई गांवों में भी जाना पड़ेगा क्योंकि मैं दोनों जगहों की दवापड़ना पढ़ना चाहती हूँ। मैं सोचती हूँ कि शहर की दवा और गांव की दवा अलग है। मैं भारत में आयुर्वेद, सिद्ध, यूनानी, और अलोपथिक दवाओं के बारे में जानना चाहती हूँ। लेकिन मेरा सारा समय पढ़ने में नहीं लगेगा। मैं घूमना भी चाहती हूँ। मैं नीलकंठ फिर से ज़रूर जाना चाहती हूँ। यह जगह बहुत सुन्दर है। यह ऋषिकेश के पास है और यह शिव का मंदिर है। यात्रा के दौरान मैं अपनी हिंदी पर कम करुँगी।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment