Monday, 29 November 2010

परिवार, खाना, और धन्यवाद

सब से अहम बात थान्क्स्गिविंग को है कि आप अपने परिवार के साथ हैं| बहुत खाना खाना भी थान्क्स्गिविंग का महत्त्वपूर्ण हिस्सा है| मैं अपने परिवार के थान्क्स्गिविंग का उपलक्ष का वर्णन करुँगी|
बहुत लोग को खाना बनाना पड़ते हैं| कोई और सब्जियां बनाने लगता है| वह आलू और सेब छीलता है दुसरे सब्जियां छोटे छोटे टुकड़े करके भाप में पकाता है| कोई न कोई मिठाइयाँ तैयार करता है| वह कद्दू के पाई और सेब के पाई की तरह कुछ मिठाइयाँ सेकता है| मेरी माँ मांस बनाता है| वह तुर्की और सूअर का मांस के तड़का देता है तो उनको ढककर भुनता है| मेरा पिताजी मांस के पकाने के ख़त्म करते के बाद उनको काटता है| मेरे परिवार में, बच्चों को मेज़ तैयार करके खाना लगाता है| खाना तैयार होने के बाद सब लोग साथ-साथ रसोई में चक्कर करते हैं| हर कोई बारी लेकर धन्यवाद देना जैसे चाहता है| हर कोई बारी करने के बाद, हम खाना खाते है तक और खाना नहीं खा सकते हैं| तो हम साथ-साथ रसोई साफ करते हैं| वैसे हम साथ-साथ घर में आराम करने के लिए रखते हैं|

No comments:

Post a Comment