Monday 22 November 2010

"क्या आपसे कभी कोई भूल हुई है?"

तीन साल पहले मेरी सब से अच्छी सहेली नीना का जन्मदिन था. मै और मेरी सहेली की इच्छा है की उसके लिए ख़ास कोई जीज़ करे. कई दिन के लिए हम ने क्या करने के बारे में सोजा. हम ने बहुत बत करके आश्कारी की पार्टी होने का फैसला करा. हम लोग ने मेरा घर में मिलकर पार्टी प्रोग्राम बनाया. हम ने अपने सब से दोस्तों को बुलाया. हर लोग ने कुछ खाना पकाया. हम ने दुकान जाकर बहुत चीज़े खरीदी. हम ने मेरा घर गुब्बारे और दुसरे चीज़े के साथ सजाया. तब पार्टी का दिन आया. वह शुक्रवार को था. वह नीना का जन्मदिन था. सब लोग जन्म दिन मुबारक हो लेकिन कोई नही मना सके. सब लोग रात को बहुत व्यस्त हुए. नीना को बहुत उदास लगा था. तो मैने उसको बताने हम रात का हाना जा सके. लेकिन मै अच्छी दिन नही हो रही थी. मैने पार्टी सात बजे पर सोचा. तो हम ने छह बजे पर खाना खा था. लेकिन पार्टी आठ बजे था. मै ने नीना को मेरा घर पर सात बजे को ले आया. पार्टी नही तैयार है तो मै ने आश्कारी बरबाद करा.

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