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Sunday, 8 April 2012

अभाव - रीना जोशी

अभाव एक बुरा शब्द है. लेकिन जीवन में अभाव एक सच हैं. भारत में बहुत अभाव है. भारत में कोई ४१.६% के लोग गरीब है. दुनिय में भारत तीसरी गरीब देश हैं. ये बहुत दुखी बात है. भारत के गरीब लोग झोपडी  में रहते है. इस झोपडी में गरम पानी नहीं है और बिस्तर भी नहीं हैं. एक कमरा में पांच और छ: लोग सोते हैं. और बारिश में सब कुछ गिला होता हैं क्यूंकि चादर अच्छा नहीं हैं बहुत कमजोर है. इसके वजह से बहुत बीमारियाँ होते है गरीब लोग को. और फिर उसके पास हेअलथ इन्सुरांस नहीं है और वे जवानी में मरते हैं. उनकी महीना की तनख्वाह दस डालर होती है. और गरीबी के कर्ण भ पड़ने के बदले में वे कम पे जाते हैं. गरीब लोग गद हाल में रहते हैं. १९५०स से सरकार ने बहुत नियम किये गरीब लोगों के लिए. लेकिन अभाव भारत में हर कोने में है. तो ये नियम मुश्किल से लाग हैं. यदि प्रधानमंत्री  है तो में हर कोने में जाती हूँ और गरीब लोगों को सिकती हूँ. भारत का अर्थ्रार्त्रिय ग्रोव्थ बहुत असंगत से हुआ. भारत में बहुत मुश्किल हैं लेकिन अभाव बड़े परिवार से होता है. जब एक आदमी को बड़ा परिवार होता है तो उसका कम बढता है और फिर उसके पास बहुत पैसा चहिये. एक फिल्म अभाव के बारे में हैं. यह फिल्म का नाम स्लुम्दोग मिल्लिओनैरे हैं. यह अच्छा था. इस में दो गरीब भाई हैं. अभाव लोगों को कैसे परेशान कर सकता हैं इस में फिल्म ने दिखाया हैं. मुझे यह फिल्म पसंद हैं क्योंकि अभाव एक बुरी चीज़ हैं और इस जैसे फिल्म देखकर लोग को पता चलता हैं की दुसरे लोग कितनी बुरी हालात में रहते हैं. लेकिन सिर्फ देखना अच्छा नै हैं, हम सभ को अभाव को कतम करने की कोशिश करनी चाहिए.