Tuesday 23 November 2010

mistake

ज़िन्दगी में मैं कोशिश करती हूँ कि मुझसे कोई भूल न हो लेकिन कभी कभी कोई भूल हो जाती है. एक दिन मैं अपने परिवार के साथ इंडिया जा रही थी. हम अम्स्तेर्दम में पलने के लिए इंतज़ार कर रहे थे. टाइम पास करने के लिए हम सो जाते या अप्पस में कुछ बात चित करले थे. एक बार मुझे जोर से बाथरूम जनता. फ़ोन पर उस्सी समय मुझे एक टेक्स्ट मेसेज भी मिला. मैं नीचे अपने फ़ोन पर देखते बाथरूम कि तलाश कर रही थी. मैं नहीं देख रही थी कि मैं कहा जा रही हूँ और गलती से मैंने लड़कों कि बाथरूम में गयी. उस्सी वक़्त एक आदमी बाथरूम से बार निकल रहा था. इस्स्लिये मैं बाथरूम में जाने से बच गयी नहीं तो जाने क्या हो जाता. सब लोग गलतियाँ करते हैं. गलती को माफ़ करना चाहिए. कभी कभी मेरी माँ मेरी गलतियाँ पर नाराज़ हो जाती हैं लेकिन वे जानती हैं कि मैंने ये बात जान बच कर नहीं कि.

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