Wednesday, 24 November 2010

मेरी बड़ी भूल



मुझे जयपुर से दिल्ली जाने के लिए बस पकड़ी| मैंने जाने के दिन के पहले ए/सी वोल्वो बस का टिकट ख़रीदा| मेरा यह आखिरी दिन जयपुर में मैं बहुत व्यस्त थी| मुझे डाक-घर, बैंक और अपने स्कूल जाना था| मैंने बहुत देर से बस अड्डे पर पहुछी| इसलिए लगभग मेरी बस छूट चुकी थी| मुझको नहीं मालूम कि मेरी बस कौन सी थी| मैं वोल्वो वाली बस देखकर दौड़कर वहां पहूछी ताकि मैं बस पकड़ सकूँ| जेल्दी से बस पर चढ़ी और बस दिल्ली के लिए जाना हो गई| मैं सोचने लगी, "हे भगवन! इस बस में कितनी गर्मी है| /सी कहाँ है?" फिर, एक आदमी ने मुझे सामने आकर कहा कि मुझको बस का टिकट खरीदना पड़ेगी| मैंने उसको अपनी टिकट देखाई| उसका चेहरा देखकर मुझे लगा कि मैंने कोई गलती की| आदमी ने हिंदी में मुझे कुछ कहा लेकिन मुझे समझ नहीं आया की उसने क्या कहा| मैंने अंग्रेजी में पूछा की मुझे नहीं मालूम की मुझे क्या करना चाहिए| मेरे पास बैठी एक लड़की ने मेरी टिकट लेकर देखी| उसने मुझे बताया की मैं गलत बस में चढ़ गई हूँ| मैं अपनी गलती पर बहुत झुंझलाई| बहुत परेशानी के बाद मैं दिल्ली पहुछ गई लेकिन यह मेरी सबसे बड़ी भूल थी|

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