Saturday 5 November 2011

HW 15 - सीता स्याल - अगर मैं भारत जाती...

 
अगर मैं भारत जाऊं, मैं चाहती हूँ कि लम्बे समय से यहाँ रहती हूँ.  मैं दिल्ली में रहना चाहती हूँ क्योंकि उपना परिवार यहाँ रहता है.  मैं दादी जी से  मिलूंगी - वे बूढ़ी हैं (तिरानवे साल!) लकिन बहुत होशियार हैं. उनको अंग्रेजी नहीं आती हैं, तो जरुरी है कि हम हिंदी बोलूंगी.  भारत में, मैं सिर्फ़ हिंदी बोलनी चाहती हूँ - मुझको हिंदी भाषा बहुत अभ्यास करना चाहिए.  शायद जब मैं भारत जाऊं, मैं नए दोस्तों से मिलूँ, सिनेमा फिल्में  दखने के लिया जाऊं, बाज़ार में खरीदूँ, जगह घूमूँ, और बहुत मजेदार चीज़ां करूँ.  चिंता मत - मैं हमेशा हिंदी बोलूंगी, सुनूँगी, पढ़ूँगी और देखूँगी!

भारत में, बहुत अच्छे स्थान घुमने के लिये हैं.  दिल्ली में, मैं कनॉट प्लेस जाऊँगी, खरीदने के लिये. दिल्ली के बाद,  मैं पंजाब जाना चाहती हूँ.  मरे दादा-दादी पंजाब से हैं.  शायद मैं पंजाबी भाषा भी सीखूँ!  उस के बाद, मैं दक्षिण भारत जाना चाहती हूँ.  पहले, मैं मुम्बई जाऊंगी.  इस शहर बहुत बड़ा और मशहूर हैं, लकिन मैं यहाँ नहीं जाती थी. बॉलीवुड मुंबई में है....शायद मैं अमिताब भाचन या शाहरुख खान देखूँ!! :) न जाने......

अंत में, मैं गोआ जाना चाहती हूँ.  गोआ समुद्र के पास और शहर में बहुत समुद्र तट हैं. मौसम बहुत अच्छा हैं, खाना बहुत अच्छा है, और सब लोग आराम करते हैं.  :) 

पंजाब


 ग़ोआ

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