Tuesday 22 November 2011

नारियल

जब मैं एक छोटी लड़की थी, मैं अपने परिवार के साथ हवाई से गया था. जब हम पहुँचे हम इय्लंद पे घुमे. सभी यात्रा चला गया. हम झरने और ज्वालामुखी और उष्णकटिबंधीय पौधों और जानवरों को देखा. एक दिन हम एक प्रसिद्ध बगीचे में जाकर सभी देखें. इस बगीचे में राजहंस थे. वे गुलाबी उज्ज्वल है और बहुत सुंदर थे. बगीचे में भी नारियल के पेड़ थे.
मेरी बहनों ने मुझे बुलाया पर एक छोटे बैंगनी रंग के फूल गंध. के रूप में मैं नीचे तुला यह गंध, मैं गिर गया. मैंने सोचा कि मेरे पिताजी ने मुझे सिर में लात मारी थी. जब मैं उठी
, मेरा परिवार मेरे साथ खड़ा था. वे बहुत चिंतित देखा. जब मैंने उनसे पूछा कि क्या हुआ उन्होंने मुझे बताया कि एक नारियल मेरे सिर पर गिर गया था. मैं बहुत शर्मिंदा था. मेरी नानी और नाना हमें उपहार की दुकान में शामिल हो गए. हम दुकानदार से पूछा हमें कुछ बर्फ दे. एक बार हम घर्ड़ी में वापस मिल, मेरी बहनों हंसने लगा. उन्होंने सोचा कि यह बहुत हास्यास्पद है कि कैसे एक नारियल मेरे सिर पर गिर गया था. जब भी मैं इस कहानी बताओ, मेरे परिवार को हंसते हुए और मेरे पिता का कहना है कि यह नारियल है कि मुझे इतना मूर्ख बनाया था.

No comments:

Post a Comment