तीन साल पहले मैं हिघ्स्चूल में था और हिघ्स्चूल मैं मैं बहुत काम करता था हर दिन मैं बहुत समय नही था क्यों की मैं त्रेअसुरे हुआ और मैं बहुत मुश्किल क्लास में था. तो एक दिन मैं घर वापस जाता था और मैं बहुत थका हुआ क्यों मैं छः बजे उठा और मैं पांच बजे घर वापस गया. लेकिन इस
'दिन मैं बहुत खुश हुआ क्यों मेरे पास समय था और मैं काम नही करना पड़ा था. तो मैं ने बहुत खाना खाया और मैं ने बहुत टी.व् देखा. और उसके बाद मैं सोया. अगले दिन मैं स्कूल गया और पहले क्लास में मेरा दोस्त ने पूच्छा "क्या तुम तैयार है?" और मैं ने कहा "क्या! किस के लिए? तुम किस बारे में बात कर रहा है?" मेरा दोस्त ने कहा "परिक्षण के लिए" और मैं ने कहा "क्या!!!! आज एक परिक्षण है? कब? क्यों?" मैं बहुत हैरान हुआ क्यों कि मैं तैयार नही था. मैं पूरी तरह भूल गया की आज एक बहुत बड़ा परिक्षण था
एक और बार मेरी माँ ने बहुत ख़ास खाना बनाया क्यों कि ये मेरे पिता जी का जन्म दिन था. और मैं ने टीवी देखा. मेरी माँ ने मुझे से कहा "मैं बहुत ख़ास खाना बना रही है जब मैं नहऊँ क्या तुम स्तोवे बंद कर सकता है?" और मैं ने कहा "हां माँ मैं नही भूल जाएगा!" तो मेरी माँ गुसलखाना गयी और मैं टीवी देख रहा था. और नहाने के बाद मेरी माँ रसोई घर वापस गयी और मेरी माँ ने पूछा "क्या तुम ने स्तोवे बंद किया?" और मैं ने कहा "मुझे माफ़ कीजिये माँ!! मैं भूल गया" और मेरी माँ बहुत गुस्सी थी!!
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