Tuesday 22 November 2011

भूल

एक दिन मैं और मेरी सहेली सोचे की हमको फिल्म देखनी थी.  फिल्म का नाम बोवोल्फ़ था. इस फिल्म में एक लड़का है जो बहुत मज़बूत हैं.  वह खलनायक को मरता हैं और शहर को बचाता. यह फिल्म सो साल पहली की बात कर रही हैं.  इसलिए मेरी अध्यापक ने बोला की अगर हम इस फिल्म देखते तो हमको एक्स्ट्रा क्रेडिट मिलेगा. एषा, मेरी सहेली, बोली की बार बजे लंच के लिए मिलेंगे और फिर उस के बाद फिल्म देखेंगे. योजना तो ठीक लगा. मुझको अभी द्रिविंग लिसेंसे मिला, तो मैं ने अकले कभी नहीं गाडी चलाई.  मैं ने पापा से बोला की सब ठीक होगा, और की मैं अच्छे से सिनेमा पहचौंगी.  
जब मैं गाडी चला रही थी, मैं भूल गई किस सड़क पर चलाना था.  इस वजह से मैं घूम गई.  भारिश तेज से गिद रही थी.  मैं ने अपने पापा को फ़ोन की.  पापा ने पूछे की मैं कहा थी. अचानक मेरी फ़ोन की बत्तेरी ख़तम हो गई. अब मैं बिल कुल अकेली थी और फ़ोन भी नहीं था. भारिश और भी तेज गिदने लगा. दो घंटे बाद में सिनेमा पहौच गई. एषा मेरा इंतज़ार कर रही थी. मैं ने उस को सब कुछ बताया और फिर उस के बाद हमने फिल्म देखा. फिल्म बहुत खराब थी. फिल्म के बाद मैं ने एषा के पीछे गाडी चलियी ताकी फिर से घूम न जोऊ. 

No comments:

Post a Comment