Sunday 6 November 2011

अगर मैं भारत जाता - रितिश

अगर मैं भारत जाता तो मैं पहले मेरे चाचा और दादी जी को मिलने जाऊंगा. मैं उनके घर तक्सी से होकर जाऊंगा. मेरे चाचा हर पांच साल अमेरिका आता हैं. मेरी दादी जी मेरे चाचा के साथ आती थी लेकिन अब वे नहीं आती हैं. वे हवाई जहाज का डर हैं. मेरी दादी जी के पास एक छोटा घर हैं. उसकी घर लाल का रंग है. अगर मैं भारत जाता तो मैं खरीदारी भी करूँगा. कुछ दिनों के लिए मैं बॉम्बे जाऊंगा मेरी बुआ से मिलने के लिए. मेरी बुआ का एक बेटा है. उसका नाम रिषभ है. वह मेरा चचेरा भाई है. वह मेरा उम्र है. वह बीस साल है. मैं कभी कभी उसको फसबूक पर बात करता हूँ. बॉम्बे एक बहुत सुन्दर शहर है. बॉम्बे साफ़ है और सागर के पास है. बॉम्बे एक मशुर शहर भी है. पिछले समय जब मैं बॉम्बे में था तब मैं ने संजय दत्त को देखा. मेरे पिता जी का दोस्त बॉम्बे में रहता है. वह बॉलीवुड की फिल्मे में आता है. वह दोन में था शारुख खान के साथ. हर समय मैं भारत जाता हूँ मैं और मेरा परिवार वाष्णु देवी जाता हैं. जब मैं बच्चा था तब हम घोड़े पर उप्पर जाता थे लेकिन अब हम पहडल चलते हैं. यह बहुत मुश्किल है लेकिन जब मैं मेरा पारिवार के साथ है तब बुरा नहीं है. अगर मैं भारत जाता तो मैं ज़रूर वष्णु देवी जाऊँगा. जयपुर एक बहुत सुन्दर जगह है. मैं वहाँ भी ज़रूर जाऊंगा. जयपुर राजस्थान में है. अगर मैं भारत जाता तो मैं कई जगहे जाऊंगा.  

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