हाँ मुझसे बुल हुई।
कालिग आकर मेरी "रिस्पोसिबिलितीस" बड़ गयीं हैं। हर दिन होमवर्क करना पडता है और जल्दी उठाना पडता है। खाना खाने के लिए हमको "ई डी" दिखाना होता है लेकिन आजकल मैं अपनी "आई डी" भूल जाती हूँ। बहुत बार मैंअपना होम्वोर्क देना भूल जाती हूँ। लेकिन मैं कहानी सुना थी हूँ जिस में mujhe एक बहुत बड़ी ज़िमिदारी दी हीन थी और मैं भूल गयी।
बहुत पहेले जब मैं दुस्वी क्लास में थी थो मुझे अपनी लिसेंसे मिली थी। उसी महीने मेरे पापा का बर्थडे था और माँ एक "सुरपरिस पार्टी" दे रहीं थी पापा के लिए। स्कूल जाने से पहेले, माँ ने बोला "प्रिया, भूलना मैथ। आअज तुम्हारे पापा का जन्म दिन है और आज हमारे घर में 'पार्टी' है और तुमको केक लेकर आना होगा
में हाँ बोल कर स्कूल चली गयी। उस दिन मेरे थीं एक्सऍम थे और और इतना खाना भी नहीं खाया था। काम कर कर के में थक गयी। उसके बाद, में अपनी बेहें को लेने उसके स्कूल गयी। अचानक से मुझे एक फोन कॉल आया अपनी बुवा से। वह काम से नहीं निकल पारहीं थीं और पूछ रहीं थी की में उनकी चोटी बेटी, अनुषा, मेरी छोटी बेहें, को में स्कूल से लेकर आसक्थी।
फिर मैं और मेरी छोटी बेहें अपनी दूसरी बहें कo lekar ghar aagaye. Us hi taim पर पापा भी आगये। सब "पार्टी" के लिए हमारे घर पर थे। पापा बहुत खुश हो गए। जब टाइम आया, सब केक काटने के लिए थेयआर हो गए थे। लेकिन मैं केक लाना भूल गयी! तो सुब ने खीर खालिया
Monday, 21 November 2011
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