Monday 7 November 2011

अगर मैं भारत जाता-गनमन सिंह

अगर मैं भारत जाता मैं सब से पहले थो पंजाब जाता. वहां मेरे माता और पिता के घर हैं. मेरे माता और पिता दोनों पंजाब की गांव में से हैं. दोनों गांव एक दुसरे के पास में हैं. मैं पहले थो अपने पिता जी के गांव जाहूँगा. वहां मेरे दादा और दादी रहते हैं हमारे पुराने घर में. में उनसे मिलने जाहूँगा. उनसे मिल कर में अपनी माँ के गांव जाहूँगा. मेरी माँ का पुराना घर अब नहीं हैं. वहां मेरे नाना और नानी के नया घर है. में उनसे मिलकर चंडीगढ़ जाहूँगा. वहां मेरी मोची और उनके बच्चे रहते हैं. मैं ने कभी चंडीगढ़ देखा नहीं है लेकिन लोग कहते हैं की वह दुनिया के सब से सुन्दर शहरों में से एक है. वहां के लोग बहुत जवान हैं और वहां अच्छें विश्वविद्यालय भी हैं. में ने कभी भारत में विश्वविद्यालय नहीं देखे थो देखने मेही बहुत मज़ा आयगा. इसके बाद मैं आगरा जाना चाहूँगा. आगरा में ताज महल है जो में ने नहीं देखे अभी तक इसलि में देखना चाहते हूँ. दुनिया की सब से सुंदर ईमारत ताज महल को मानते हैं. इसके बाद मैं देल्ही जाता. देल्ही मेरे दोस्तों की घर हैं. मैं उनके सात रहते कुछ दिन और उनके सात देल्ही के आधुनिक माल्स और दूसरी अच्छी अच्छी जगहों में जाहता. देल्ही में एक नया हवाई अड्डे भी है जो अभी कुछ साल पहले ही बना है. मैं उस  हवाई अड्डे से उ.स. वापस आना पसंद करूँगा.

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