Monday 7 November 2011

अगर मैं भारत जाऊं...

अगर मैं भारत जाऊं तो मैं जीवन की तरह और हिन्दुस्तानी संस्कृति पता सीखूं. मैं चाहती हूँ की मैं सारे भारत घूमूं, मतलब सब २८ राज्ये. मैं भारत बहुत बार गयी लेकिन मेरे परिवार आम तोर रिश्तेदार से मिलते हैं. इसलिए, हम अक्सर दिल्ली और उत्तर प्रदेश में रहेते थे. सिर्फ एक बार हम साईट्सीइन्ग गए. हम राजस्तान जाकर, जोधपुर और जैस्सल्मिर गए. मैं ने बहुत मज़ा किया, जब हम ने महल और पुराणी इमारतें देखी. मज़ा भी आया जब मैं लोगों से बात की. इसलिए मैं भारत की सभी देखूं.
हर राज्य में, यात्र की किताबें पढकर, मैं साईट्सीइन्ग जाऊं. मुझे चाहिए की मैं मंदिर, संग्रहालय, और पुरानी इमारतें देखूं ताकि मैं हिन्दुस्तानी इतिहास सीखूं. मैं खरीदने के लिए भी जाऊं क्योंकि भारत में, सुंदर और सस्ती चीज़ें मिल सकते हैं. मैं हिन्दुस्तानी कपडे, जूते, और सजावट घर के लिए खरीदूं. अगर मैं जाऊं, तो मैं पहले से "बर्गानिंग" अभ्यास करना हूँ ताकि मुझे धोका नहीं मिलता हो.
मैं चाहती हूँ की मैं हिन्दुस्तानी खाना कैसे बनाने सीखूं. न केवल उत्तर हिन्दुस्तानी खाना लेकिन दक्षिणी खाना भी सीखना चाहिए. मैं सोचती हूँ, की सब से अच्चा तरीका हो, लोगों के घर जाकर, उनसे सीख लूँ.

ज़रूर मैं चाहती हूँ, अगर मैं भारत जाऊं, की मेरी हिंदी अच्छी हो जाए!

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