Sunday 9 January 2011

Italy

मैं इटली में सफर करना चाहती हूँ. इटली जाने के लिए मुझे एक टिकेट बाबू से बात करनी होगी. टिकेट बाबू मुझे टिकेट घर पर मिलेंगे. टिकेट बनाने के बाद मुझे डेरा तईयार करना पड़ेगा. मैं हवाई जहाज़ पर जाऊंगी. मैं इटली एक पर्यटक बनकर जा रही हूँ. मुझे इटली से बहुत सामान लूंगी. इटली समुद्र के किनारे पर है और एक बहुत सुन्दर और शनशील जगा है. मैं वह गर्मियां में जाना चाहती हूँ. इटली में बहुत कुछ इथीहसिक इमारतें हैं जो देखने लायक है. वहा रोमे में च्रिस्तिअनित्य का सबसे बड़ा ईमारत हैं. मैं वहा जाकर बहुत आराम करुँगी और इटली का सुन्दरता महसूस करुँगी. मैं सालों से इटली जाना चाह रही हूँ. वेनिस में एक बहुत मशहुर नदी हैं. उस नदी का नाम है अड्डा है. उस नदी पर मैं किरती चलूंगी. अगर मैं थक जाऊं तोह मैं समुद्र तट पर बेट जाऊंगी. वेनिस में मैं बहुत सारा खाना भी खाऊँगी. इटली का खाना उसकी सबसे मशहूर बात हैं. लोग सरे देशों से आते हैं इटली का खाना खाने के लिए. इटली का मौसुम बहुत अच्छा भी है. मैं इटली में बिच्य्क्ले पर सरे जगा देखने के लिए जाऊंगी. कुछ लोग गाड़ियाँ में सरे जगा जाते हैं और कोई लोग भी चालक से भी जाते हैं लिखें मेरा सोच है कि अगर इटली का सचा सुन्दरता महसूस करना है तोह वहा बिच्य्क्ले सेही चलना होगा. मैं इटली में तीन महीने रहना चाहती हूँ और मैं सारा इटली देखना चाहती हूँ: सिसिली से वेनिस थक.

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