Monday 24 January 2011

मेरे बचपन की स्मुतिया

मेरे बचपन की स्मुतिया बहुत ख़ुशी है. मै याद है मै छोटी थी मेरी परिवार मिचिगन में रहती थी. हम बरी गर में रहती थी और मै अपने कमरे में था. मेरी भाई के कमरे के बगल में मेरा था. वह भी अपने ही कमरे में था. मै गर के पीछे एक स्विंग करना चाहता था. लेकिन हम स्विंग करना नही था क्योकि मेरी पिता जी नही चाहता था. एक दिन एक कछुआ तडक में गर के पीछे था. मेरी माता बहुत डर हुआ था. वह मेरी पिता जी को फ़ोन बुलाया. मेरी पिता जी हंसी हुआ था और मेरी माता जी बहुत उदास था. मेरी पिता जी दफ़तर में था थो मेरी माता जी परोसी फ़ोन बुलाया और परोसी जल्दी आया था. हम कछुआ तडक डिब्बा में डाल रखता था. मै सोचता है की बहुत अजीब है की एक कछुआ तडक मेरी गर के पीछा में था. लेकिन एक झील मेरी गर नज़दीक था. अगले साल में मेरी परिवार सिंगापोरे में रहते था. हम सिंगापोरे रहते था क्योकि मेरी पिता जी सिंगापोरे में कम किया. दो साल हम सिंगापोरे में रहते था. सिंगापोरे में बहुत अच्छा मौसम है और मै सिंगापोरे बहुत पसंद था. मै स्कूल अमेरिकेन गए. मेरी भाई भी स्कूल अमेरिकेन गए. सिंगापोरे में बहुत खजूर के पेड़ है और बहुत पहाडियों भी था. मेरी बचपन में मै पाच अलग स्कूल गए क्योकि मेरी परिवार अलग गरे रहते था. यह मुश्किल था की मै पाच स्कूल गया लेकिन मै भी यह पसंद आया. छठे स्कूल मेरे पिछले स्कूल था. 

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