Friday 21 January 2011

प्रियांग बक्षी (मेरे बचपन की स्मृतियाँ)


मेरा जन्म मिशिगन में हुआ है। मैं मेरा बचपन नहीं भूल गया हूँ। मेरे बचपन की कुछ स्मृतियाँ अच्छी हैं और कुछ बुरी हैं। जब में छोटा था और बहार का मौसम अच्छा था, तब मैं और मेरा बड़ा भाई हमेशा बहार खेलने के लिए जाते थें। जब मैं दो साल का था, तब मेरे घर में कुछ काम चल रहा था। मेरे माता-पिता घर में नए दरवाज़े और खिड़कीयाँ लगवा रहे थें। एक दिन मैं घर में अकेले चल रहा था और अचानक से फिसल गया। मैं सीढ़ियों से गिर गया था। मुझे किसी की तरह की चोट नहीं लगी थी, फिर भी में खूब रोने लगा। मुझे याद है की बाद में मेरी माँ ने मुझे कुछ मिठाईयाँ खाने के लिए दी और मैं खुश हो गया था। जब मैं छोटा था, तब मुझे 'बार्नी' बहुत पसंद था। मैं हमेशा स्कूल जाने से पहले या आने के बाद, 'बार्नी' का प्रोग्राम देखता था। मेरे पाँचवा जन्म दिन पर मेरी माँ ने मुझे कुछ 'बार्नी' की किताबें दी थी और 'बार्नी' का एक बाद खिलौना दिया था। मैं यह खिलौना हर जगह ले जाता था और हर रात उसके साथ सो जाता था। एक दिन मैंने यह खिलौना घर में खो दिया था और मैं खूब रोने लगा। मेरे माता-पिता और भाई ने पूरा घर छान मारा और अंत में उनकों मेरा खिलौना गाड़ी में मिला। मुझे याद है कि इस घटना के बाद मेरी माँ ने मुझे कहा था कि अगली बार मुझे बार्नी का ज्यादा ध्यान रखना चाहिए। मेरी सबसे अच्छी बचपन की स्मृति यह है कि मैं हर 'हैलोईन' पर 'बार्नी' का पोशाक पहनते था!

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