Sunday 10 January 2010

सर्दी की छुटिटयाँ

यह सर्दी की छुटिटयाँ में, मैंने बहुत कुछ किया! पहेले तो मैं कैलिफोर्निया गयी थी मेरा पूरा परिवार के साथ क्योंकि मेरे दो चचेरे भाई और उनके पतनियां (मतलब मेरी भाभियां) वहा रहेते हैं। पहेले दिन सिर्फ मैं पहुंची, क्योंकि मैं मिशिगन से आ रही थी और मेरा परिवार न्यू जेर्सी से आ रहा था। तो मैंने भईया और भाभी के साथ अकेले में मस्ती करी। हमने डांस विदीओस देखे और पास्ता खाया। फिर कुछ बाते करने के बाद हम सब सो गए।
तब अगले दिन मेरे मम्मी, पापा, और भाई आ गए। उस रात हमने ब॒ढ़िया हिन्दुस्तानी खाना खाया और फिर हम सब दो घंटो के लिए ताश खेले। एस के बाद हम टीवी पर विदीओ गैम्स बहुत देर तक खेले। फिर हम सो गए क्योंकि अगले दिन क्रिसमस था। हम बच्चों ने उठकर गिफ्ट्स खोलने लगे। हम सब बहुत खुश थे और हमें बहुत ही मज़ा आया। एस के बाद हम आठ लोग तैयार होकर बहर बैडमिंटन">बैडमिंटन खेलना शुरू करे और हम पांच घंटों के लिए खेले। फिर सारा दिन और रात हम घर में गुज़ारे क्योंकि हमारे शारीर बहुत दुख रहे थे।
अगले दो दिनों के लिए हम बहार घुमे और बहुत कुछ देखे, जैसे गोल्डेन गाठ, स्तान्फोर्ड उनिवेर्सित्य का काम्पुस, और तोड़ी बहुत शौपिंग भी की। फिर एन दो दिनों के बाद हम एक बड़ी सी गाड़ी ले कर तीन दिनों के लिए घुमे। मेरा मतलब है की तीन दिनों के लिए हम एक बड़ी गाड़ी में सोये, खाए, खेले, और घुमे। ये तीन दिन बहुत ही अच्छे थे क्योंकि मैं यह पहले कभी नहीं कि।
नए साल मानाने के लिए हम सब कोई हिन्दुस्तानी पार्टी में गए, और वेह पार्टी बहुत ही बेधन थी, मैं तो से नहीं पाई। लेकिन अगले दिन मेरा परिवार वापस घर चला गया। तो मैँने आखिरी तिन दिन मेरे दोस्त के साथ बिताए। मेरी दोस्त के साथ मैँ तोड़ी शौपिंग कि, फिल्म देखि, और बहुत सारी बाते करी। और फिर मैँ उनिवेर्सित्य वापस आ गयी।



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