Wednesday 14 April 2010
मेरा मंपसुन्द स्मारक
मेरा मनपसन्द स्मारक स्ताछु ऑफ़ लिबर्टी है। स्ताछु ऑफ़ लिबर्टी न्यू योर्क में है। हर साल मेरा परिवार और मैं न्यू योर्क जाते है। मेरे सग्गे नाना और नानी वहा रहेते है। हर साल जब हम जाते है हम स्ताछु ऑफ़ लिबर्टी देखते है। मुझे स्ताछु ऑफ़ लिबर्टी बहुत पसुन्द आता है कुयोकी वह बहुत बड़ा है और हरा रंग का है। वह एके अनोखा नमूना है। फ्रांस ने हमको स्ताछु ऑफ़ लिबर्टी दिया था बहुत साल पहले। हमको यह तोफा मिला था क्योकि यहाँ हमारा आदाजी का एके नमूना था। उनितेद स्टातेस ने ब्रिटिश को यहाँ से भगाया था और बहुत सारे और युद्ध मैं भी लड़ाई की। हम ने फ्रांस की मदद भी कभी कभी की थी। मुझे वहा जाना बहुत पसुन्द है क्योकि मुझे बहुत अच्छा लगता है। वह अपने आप रहती है और जब मैं वहा जाता हु मैं सुब और चीज़े भुल्जाता हु। जब मैं बड़ा हो जाऊँगा तुब मुझे स्ताछु ऑफ़ लिबर्टी के पास रहना है तो मैं वहा कभी भी जा सकता हु। वह एके हात में किताब पकडती है। और दुसरे हात में एके टोर्च पकडती है। दोनों चीज़े का कुछ मतलब है। फ्रांस ने अमेरिका को स्ताछु ऑफ़ लिबर्टी दिया था १८८६ में।
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