Monday 5 April 2010

मेरा मन पसंद त्यौहार - सतिश मोहन

भारत का हर त्यौहार बहुत सुन्दर है और सब लोग खुश से मनाते हैं. एक दो दिनों के लिए, लोग उनका पूरा चिंता भूल जाते हैं. नगर में सभी लोग दुसरे का घर पर जाते हैं और बधाई बोलते हैं. हर त्यौहार को अलग अलग नाम, अर्थ, परंपरा है. मेरा मन पसंद भारतीय त्यौहार पोंगल है. पोंगल भारत का दक्षिण में मनाया जाता है. यह 'संकरान्ति' दुसरे राज्यों में बोलते हैं. यह त्यौहार हर जनुवरी में आती है. पोंगल फसल का त्यौहार है. इस में, किसाने भगवन को पूजा करते हैं अच्छी फसल के लिए उस साल को. बच्चे माता-पिता से उपहार लेते हैं और स्कूल नहीं जाते. घर पे, विशेष्य खाना बनाते हैं. माताए खुश हुए पोंगल पकातीं हैं. मेरा घर में, मीठा और मसालेदार पोंगल बनाया जाता है. मेरी माँ पोंगल बहुत घी से पकाती हैं और हम गरम सांबर से खाते हैं. पापाजी हमरे दोस्तों को ग्रीटिंग कार्ड बजते हैं. वह तमिल भाष्य में एक कविता लिखता हैं और कार्ड पर हमारे परिवार का तस्वीर लगते हैं. वह हर साल को बजते हैं.

मुझे याद है की जब में छोटा था, मेरा परिवार अमेरिका में था, इस लिए हमारे साथ पोंगल मनाने के लिए सिर्फ कम लोग थे. फिर भी, हम सब ने एक स्तन पर जाकर साथ साथ खाना खाया हैं. मैं और दुसरे बच्चे ने नाटक की और गाना गाई. अभी मैं बहुत ज्यादा नहीं करता पोंगल मनाने के लिए. अचूक से, मेरा माता-पिता ग्रीटिंग बजते हैं, लेकिन मुह्जे गरम पोंगल चाहिए! शायद अगले साल को मैं भारतीय रेस्तरां जाओ.

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