Sunday 4 April 2010

मेरा पसंदीदा त्यौहार

मेरा पसंदीदा त्यौहार ईद है। ईद इंडिया के मुस्लमान मानते हैं। मुझे ये त्यौहार पसंद है क्योंकि यह दिन प्रेम ख़ुशी और दोस्ती लाता है। ईद एक महीने के रमजान के बाद मनाया जाता है। रमजान के महीने में रोजा रखा जाता है। निमाज पढा जाता है और लोग बुरे कामों से दूर रहते हैं। रमजान के महीने में ही मुस्लमान की किताब कोरन जमीन पर उतारी गयी थी। ईद का दिन रमजान के महीने के आखरी दिन के बाद आता है। ईद ख़ुशी का त्यौहार है। लोग खुश्किया मानते है कि उन्होंने रमजान के महीने कि इबादत को अच्छी तरह से पूरा किया। ईद के दिन सुबह में नहाकर नए कपड़े पहने जाते हैं। तरह तरह का खाना बनाया जाता है। नयेह कपड़े पहनकर लोग नमाज पढने के लिए माजिद जाते हैं। नमाज पढने के बाद एक दुसरे से लोग मिला जाता है। एक दुसरे के घर लोग जाते हैं और एक दुसरे को ईद मुबारक कहते हैं। बच्चों को बड़ी इद्ती देते हैं। इद्ती पैसे या तोहफे के तौर पर दी जाती है। पूरा दिन ख़ुशी, मिलने, मिलाने और खाने पिने में गुज़र जाता है.

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