Monday 24 October 2011

Sad Day. Gaurav Chenji

पिछेले हप्ता, में एक दिन के लिए उदास था | बाहर बहुत बदल और बारिश पढ़ रही थी  और मुज्हे बारिश बिलकुल पसंद नहीं हैं | मैं सुबह जल्दी उठकर तैयार हुआ | में घाडी में कैंटन से घाडी कलाकार आया | रास्ते में, एक पत्थर मेरी घाडी के शीशे मै गिर गया और उस शीशे पर एक दरार आई | मुझे बहुत दुख हुए, इस शीशे को देख कर | उसके उप्पर में और उदास हो गया क्योंकि बहार बारिश आ रही थी | जब में एन आर्बर में पंहुचा, तब तब में देखा कि मेरी बस चली जा रही थी | इस को देखकर में और उदास होने लगा, क्योंकि अगले बस को मुज्हे बीस मिनट इंतज़ार करनी पड़ी | क्लास के बीच में, में अपनी साइकिल में जा रहा था और किसी आदमी ने मुज्हे ठकराया और मुज्हे बहुत चोट लगी | यह दिन मुझको अच्छा नहीं था | इसलिए, में पूरा दिन उदास था, लेकिन, अगले दिन से में  ठीक को गया और फिर से खुशी खुशी रहने लगा |

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