मेरा सब से बुरा दिन आज से दस साल पहले हुआ था. जब मैं फौर्थ गर्दे (4th grade) में था, अचानक मेरे स्कूल हमें एक बड़े कमरे में ले गए.वहाँ एक बड़ा टीवी था. टीवी पर वे टावरों के गिरना दिखा रहे थे. यह वास्तव मुझे बहुत दुख देय है क्योंकि मेरे बहुत सारे परिवार न्यू योर्क में रहते है. उस दिन जब मैं घर गया मैं मेरी मौसी को फ़ोन किया. मेरी मौसी मुझे कुछ-कुछ बताया. मैं बहुत छोटी थी लेकिन मैं सब कुछ समझ गया. मैं हमले लोगों के लिए बहुत रोया. अगले दिन मैं स्कूल के पास गया और मैं देखा की मेरे दोस्त पर हमला हो रहा है. मैं भगकर मेरी शिक्षक को बताया. मेरे शिक्षक ने कुछ नहीं किया. उस दिन बहुत सारे हमलों थे लेकिन मेरे स्कूल कुछ नहीं किया.वे कोई नियंत्रण नहीं लिया क्योंकि लोग पागलो की तरह मुसलमान पर हमला कर राहे थे. वे लड़कियों की स्कार्फ नीचे खींच रहे थे और लड़कों के साथ लड़ रहे थे. मैं लोगों की आँखों में नफरत देखा था. मैं इसके बारे में कुछ नहीं कर सका क्योंकि यह सार्वभौमिक बन गया. मुझे कुछ नहीं हुआ क्योंकि वे सोचा कि मैं मुस्लिम नहीं हूँ लेकिन यह दिखर मुझे बहुत दुख हुआ क्यूंकि मेरे अपने लोग के साथ वे हमला कर राहे थे.
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