Sunday, 23 October 2011

उदास कहानी

दस साल पहले मैं मिद्दल स्कूल शुरू रहा था. मैं ग्यारह साल था. जब मैं ग्यारह साल था मैं बहुत छोटा हूँ और मैं दोस्त के साथ बहुत खेलता था. तो मैं कभी नही उदास महसूस करता था. लेकिन एक दिन मैं स्कूल से घर वापस जाता था और मेरी माँ खाना बनाता था. खाना बनाने के बाद मैं बहुत खुश हुआ क्यों की मुझे बहुत भूख लगी थी. तो मैं टी.व् देख रहा था और मैं खाना खा रहा था जब मैं ने फ़ोन की आवाज़ सुना. मेरी माँ ने फ़ोन उठाया और मेरी माँ रिश्तेदारों को बताता था. बताने के बाद मेरी माँ बहुत उदास था. मैं अपनी माँ से कहा "क्या हुआ?" मेरी माँ ने कहा, "आपके पिता कहाँ है?" और मैं ने कहा "वह काम कर रहा था" मेरे पिता जी घर वापस जाते थे और मेरी माँ मेरे पिता को बहुत बुरी खबर बताता था. मेरे पिता जी तुरंत रोना शुरू कर दिया. क्यों की मेरे दादा मर गया. बुरी खबर सुने के बाद मैं ने भी रोया. मैं बहुत उदास था क्यों की मैं उसके साथ नहीं खेलूँगा. और दादा जी कभी नहीं  मेरी मदद करेगी. और मैं दादी जी की कहानियाँ नही सुनूंगा. 
मुझे याद है कि जब मैं हर साल परिवार के साथ भारत जाता था मैं दादा जी से मिला. और मेरे दादा जी का घर बहुत बड़ा था वहां मैं दादा जी के साथ क्रिकेट खेलता था. और क्रिकेट खेलने के बाद हम बहुत अच्छा बिस्कुइत खाते थे. हर बार मेरी दादी बहुत नाराज़ है क्यों कि खाने से पहेले हम बिस्कुइत खाते थे. तो मैं मेरे दादा जी को बहुत प्यार करता है और मैं अपने दादा जी याद आती है.


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