Sunday, 23 October 2011
मेरा एक बुरा दिन - अवि अमिन
मेरा बुरा दिन चेह साल पहेले हुआ था। वह दिन गुरूवार था। मैं स्कूल गया और क्लास के अन्दर बेटा। तेअचेर मुझ को एक कागज़ दिया। कागज़ तो मेरा एक्साम था। मुझ को बुरा ग्रेड मिला। शिक्षक ने कहा की मेरा ग्रेड बहुत बुरा था। मेरा ग्रेड सबी से बुरा था। शिक्षक ने कहा की मैं फ़ैल हो जाऊंगा। मैं घर जाकर माँ से बात किया। माँ ने कहा की मैं होश्यार हूँ और अगला एक्साम मैं अच्छा करूंगा। आखिरी यह एक्साम मेरी आखिरी एक्साम थी। मैं बहुत नाराज़ था क्योंकि मैं उस क्लास में अच्छा नहीं किया। इस के वह्जे से मेरे पिता जी नाराज़ भी थे। उस रात मैं कमरा में बेटा और बहार नहीं आया। रात दस बजे हमारी बिजली चली गई। वह दो दिन के लिए चली गई थी। बहुत बारिश होती थी और इस लिए बिजली नहीं थी। मैं स्नान नहीं ले सकता और टीवी नहीं देख सकता। जब बिल्जली गई तब मैं डर गया था। मेरी माँ और बहन भी डर गई थी। मैं ने कुछ नहीं खाया थो मेरी माँ मुझ को एक बिस्कुइत दिया और कुछ दूद दिया। मेरे पापा घर पर नहीं था क्योंकि वे एअरपोर्ट गए थे। मेरे दादा जी को उतने के लिए। मेरे दादा जी घर आए और उस ने कहा "बिजली कहा चली गई।" मैं ने कहा "बहार बहुत बारिश हो रही है और इस के लिए बिजली चली गई। माँ ने कहा "बेटा सो जा, हम कल चाचा के घर पर जाएंगे। इस दिन बहुत बुरा था।
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