Sunday 3 April 2011

नवरात्री

मेरा सबसे मनपसंद त्यौहार नवरात्री है | संस्कृत मैं नवरात्री अर्थ नौ दिन है | नवरात्री एक गुजराती त्यौहार है | यह त्यौहार दुर्गा देवी के लिए है | दुर्गा माँ शक्ति की देवी है | नवरात्री के पहले तिन दिन पर दुर्गा माँ की पूजा होती है | इस तिन दिनों पर हम दुर्गा माँ की शक्ति और ऊर्जा के लिए पूजा की जाती है | इस तिन दिनों पर दुर्गा माँ की तिन तिन रूप समर्पित होता है | यह तिन रूप कुमारी, पारवती, और कालिका माँ है | चौथे, पांचवें और छठे दिन पर लक्ष्मी देवी और सरस्वती माँ की पूजा होती है | जब इंसान अहंकार, क्रोध, और वासना से दूर हो जाता है तब उनके ज़िन्दगी में एक शुन्य आती है | और जब यह शुन्य का अनुभव होता है तब धन आता है | इसी लिए लक्ष्मी देवी की पूजा की जाती है | सरस्वती माँ की पूजा की जाती है क्यों कि ज्ञान इंसानियत के लिए ज़रूरी है | शास्त्र और किताबें देवी के सामने रखी जाती है और दिया जलाते है | सातवें और आठवें दिन पर सरस्वती माँ की पूजा की जाती है | सरस्वती माँ ज्ञान और कला कि देवी है | आठवें दिन पर एक यज्ञ किया जाता है | इस यज्ञ में घी और खीर का बलिदान होता है | नवरात्री कि नौवें दिन महानवामी कह जाती है | इस दिन पर नौ कन्या की पूजा की जाती है | एक कन्या दुर्गा माँ की एक रूप प्रतिक करती है | सभी नौ रातें पर हम गरबा करते है | यह मेरे लिए सबसे अच्छा है | मुझे गरबा बहुत पसंद है और हर साल मैं नवरात्री का इंतज़ार करती हूँ | हर रोज़ मैं मंदिर जाती हूँ गरबा करने के लिए और सब लोग भी मंदिर जाते है |

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