Monday 11 April 2011

अतिजनसंख्या को टीख करना ज़रूरी है!

अतिजनसंख्या भारत का बहुत बड़ा समस्या है इन दिनों. जब से भारत को आजादी मिली, तब से भारत का जन संख्या बाद रहा हैं. यह क्यों हो रहा हैं, वैसे तो मुझे मालूम नहीं है, मगर मुझे इतना मालूम हैं की अगर सर्कार कुछ ना करे, तो फिर जन संख्या बदती रहेगी और वे कुछ नहीं कर पाएँगे. 

अभी भारत में एक अरब से ज्यादा लौग हैं. चाइना के बाद, भारत का सबसे बड़ा जन संख्या मगर भारत में जगह बहुत कम हैं. चाइना में लौग बहुत हैं लेकिन जगह भी है. भारत की ज़मीन चाइना का आधा भी नहीं है. इस लिए अतिजनसंख्या भारत में ज्यादा समस्या हैं. चाइना में सर्कार ने कोशिश की हैं जन संख्या को कम करने के लिए. सर्कार ने एक नियम बनाया हैं जिसके निचे एक घर में एक बच्चा से ज्यादा नहीं हो सख्त है. अगर किसी परिवार में बहुत पैसा हो, तो फिर वेह और बच्चे रक सखते हैं मगर उनको सरकार को बहुत पैसा देना पड़ता है. इस तरीके से चाइना के सर्कार ने कोशिश की है की वेह अपना जन संख्या कम करे. मगर इस नियम के कारण, लौग ढंग से अपने बच्चो को नहीं पलते हैं. चाइना में अब बहुत कम लड़कियां पहदा होती हैं क्यों की लौग लड़के चाहते हैं. 

मुझे नहीं लगता हैं की ऐसी नियम भारत में चलेगी. यह नियम भारत के पुरे परंपरा को भूल जाती हैं और फिर गरीब लौगो पर बहुत मुश्किल लगाती हैं. भर्तियाँ लौगो के लिए परिवार बहुत शुब चीज़ होती हैं और अगर हमारा सर्कार यह चीज़ भूल जाये तो फिर भारत के लौग के लिए अच्छा नहीं होगा. 


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