Monday 4 April 2011

Bhai dhooj and gangore

आज में एक त्यौहार के बारे में बात करूंगी जोह सिर्फ राजस्थान में मनाया जाता है. इस त्यौहार का नाम है गंगोरे. पारवती माता शिव भगवन कि पत्नी है. शिव भगवन को सब से अच्छा पति मना जाता है. तोह इस त्यौहार पर कुमारी लड़कियां vrath करती है और पारवती माता कि पूजा भी करतें हैं ताखी वे भी अच्छा पति पा सके. इस त्यौहार में औरतें भी पूजा और व्रत करती हैं ताखी उनके पति और उनकी शादी शुदा जीवन अच्छी हो. गंगोरे दस दिन के लिए मनाया जाता है. एक दूसरा त्यौहार का नाम है भाई धूज. भाई धूज दिवाली के दो दिन बाद मनाया जाता है. भाई धूज इसलिए मनाया जाता है ताखी अपने भाई सुरक्षित रहे और उनकी हेअलथ भी अच्छी रहे. भाई धूज रक्षा बंदन, एक दूसरा त्यौहार, के जैसे हैं. इस त्यौहार पर बहने अपने भाई के हाथो पर एक दागा बंद ते है. एक कहानी में एक रानी सुरक्षित नहीं थी. उन्होंने अपने भाई को एक चिट्टी बेजी थी उनसे मददत मांगी और एक दागा बेजा था. रानी ने कहा कि जब तक यह दागा टीक है तो उनके भाई को अपनी बहन कि मदद करनी पर्देगी. वोह दागा टूटा जब रानी मरगयी. तोह इस त्यौहार भाई बहन कि संबंद को मानता है. भाई धूज भी ऐसा ही है. भाई धूज भाई बहन कि जोड़ी कि सलाम्थी मानता है. भारत में कई प्रकार के त्यौहार मनाये जाते है. इस देश के लोग त्यौहार सब कुछ बहुत रंगीन हैं.

No comments:

Post a Comment