Sunday 11 March 2012

story by garrett

एक दिन पर में मेरे स्ट्रीट पर चलता है एक आदमी मेरे पास चलता है और यह आदमी कहा: अरे! आप मुझ को मदद कर सकता है? मैं कहा: हाँ क्यों मैं आप को मदद कर सकता है? जब वह आदमी कहा: मैं आपना मोटा चोट लगा और मैं उस हॉस्पिटल को जा चाहता है तब मैं कहा: ठीक नहीं है! मैं आप को मदद कर सकता है. तो मैं और वह आदमी मेरे गारी से हॉस्पिटल को जाता है वह आदमी मुझ को कहा: आप मुझ को कुछ रुपये दे सकता है? मेरे पास इन्सुरांस नहीं है. तो मैं कहा: हाँ मैं आप को कुछ रुपये दे सकता है. तो यह आदमी कहा: शुक्रिया. और यह मैं हॉस्पिटल में चलता है. और मैं हॉस्पिटल से आपना घर को जाता है लेकीन जब मैं आपना घर को जाता, मैं यह आदमी देखता है और यह आदमी एक बार को चलता है मैं आपना गारी से जाता है मैं कहा: अरे! क्या आप का मोटा टिक करता था? यह आदमी हैरान देखता है और वह कहा: ओ मैं एक डॉक्टर को कहा है की मेरे मोटा टूट नहीं गयी तो मैं आप का घर को चलता है तो मैं आप को आप की रुपये देता है. तो मैं कहा: लेकिन आप वह बार को चलता है! वह आदमी कहा: मैं इस बार को चलता है क्यों की मैं आप को फोन कर सकता है मैं कहा: ठीक है. तो आप मुझ को आपना रुपये दे सकता है? और यह आदमी हैरान देखता है तो यह आदमी मुझे चलता है! और मेरे गारी "पर्केद" नहीं है तो मैं यह आदमी को चलता है. यह आदमी जुट बोल रहा है.

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