स्प्रिंग ब्रेक में मैं चेन्नई गया. मैं "युनैत फॉर सैत" के साथ गया और मैं ने बहुत कुश किया. मैं ने कोई तीस "काताराक्ट सुर्गेरिएस" देख गया. हर सुर्जेरी फ्री थी और सब लोग खुश थे. जो लोग के पास मेडिकल इन्सुरांस नहीं थी, वह लोग हमने देखा. हर दिन, मैं और मेरा दोस्त ने खुश कोई एक सौ पचास पेशेंस देखे. हमने नए "प्रेस्क्रिप्तिओन्स" दे दिए और उस के बाद नए चश्मे दिए. एक दिन मैं और खुश एक नुर्सिंग स्कूल गए. मंगलवार को हमने एक गांव गया और बूढ़े लोग देखा. शाम को हमने और सुर्जरीस देखी. बुधवार को हमने मछली पकड़ने टापू गए और वहा काम किया. पूरा हफ्ते हमने यह किया. लेकिन अब मैं जानता की मैं यह "होमेवोर्क" गलत कर रहा हूँ. यह है मेरी नई कहानी. एक दिन मैं और अपनी बहन रात का खाना बना रहे थे. मेरी बहन ने कहा, "अनिकेत, क्या आप पिता को उता लिया?" "नहीं!" मैं ने कहा, "मैं अभी करूँगा" फिर मैं ने मेरी बहन को कहा, "अनीशा, खाना मेज़ पर रख लो. फिर अनीशा ने मेज़ साफ़ की और मैं ने कुर्सी पर बैट ली. जब अपने पिता काम से आए, हम सारा खाना खा गया और उस के बाद एक फिल्म देख ली. यह कहानी अच्छी नहीं है और मैं दर गया क्योकि मैं "कोम्पौंद वेर्ब्स" नहीं आता हूँ.
Sunday, 11 March 2012
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