Sunday 18 March 2012

दुल्हे के जूते

भारतीये शादियों में बहुत परंपरा होती हैं। एक परंपरा दुल्हे के जूते हैं। हर शादी में दुल्हे जुटे उतारते हैं और लोग चोरी करने की कोशिश करते हैं।दूल्हे के परिवार जूते की सुरक्षा करता है। दुल्हन के परिवार जूते चोरी करने की कोशिश करता है। दुल्हन का परिवार कोशिश करते हैं क्योंकि पैसे मिलते हैं। अगर दुल्हन का परिवार जूते चुराएं, तो दुल्हन जितने भी पैसे मांगे उतने पैसे मिलेंगा। दूल्हा घोड़े पर आते हैं और जब वह अन्दर जाते हैं, तब लोग जूते लेना का कोशिश करते हैं। जूते महंगा होते हैं लेकिन बहुत महंगा नहीं। जूते कहीं भी छिपा हो सकता है। पिछले साल की गर्मियों में, मेरा बड़ा भाई की शादी हुई थी। जब मेरा भाई अन्दर आया, तब मैं जूते ले लिया। मैं जूते एक गाडी में छुपा दिया। कोई भी जूते नहीं मिल सका। लेकिन में चाबी एक दोस्त को दिया। उस दोस्त गाडी के पास गया और जूते चुरा लिया। वह एक दुसरे गाडी में छुपाया। मेरा दोस्त उस गाडी की चाबी मेरी माँ ने दिया और में जूते वापस ले लिया। में जूते मेरी बैग में चुराया। कोई नहीं जानता था कि मैं जूते कहा छुपाया। लोग जूते छिपाने के लिए बहुत कुछ करते है। यह एक बच्चा का खेल जैसे हैं क्योंकि लोग हस्ते हैं और बहुत दौड़ते हैं। कुछ लोग जूते पहनते भी हैं। यह शादी का परंपरा में लोग को ख़ुशी आते हैं।

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