Sunday 11 March 2012

एक छोटी कहानी - रितिश छाबरा

स्प्रिंग छुट्टी के लिए मैं मेक्सिको चला गया. मैं अपने दोस्तों के साथ पांच दिनों के लिए चले गए. जब हम मेक्सिको में थे तब मेक्सिको का मौसम बहुत अच्छा था. हवाई अड्डे पहुँचने के लिए मैं ने अपना कार चला दिया. मेरे कार में चार लोग थे. मेरे कमरे में चार लोग भी थे. कमरा काफी सुन्दर था. कमरे में एक बड़ा बाथरूम था. कमरे में एक रसोई भी था. होटल के कर्मचारियों बहुत अच्छे थे. कुछ कर्मचारियों को अंग्रेजी नहीं बोल सकते थे. मेक्सिको में मैं ने बहुत खाना खा लिया. हर रात मैं तीन या चार बजे सोया था और हर सुबह मेरा दोस्त मुझे दस या ग्यारा बजे पर उता दिया. हम अपने खाना के लिए पैसा नहीं देना था लेकिन हम कर्मचारियों को इत्तला दे दी. समुद्र तट बहुत मज़ा था. समुद्र तट में बहुत लोग थे और कुछ लोग सामान बेच रहे थे. मैं अपना तौलिया कुर्सी पर रख दिया और सागर पर अंदर गया. पानी बहुत ठंडा था. हर रात मैं और मेरे दोस्तों क्लब पर गए. मेक्सिको के क्लुब्स में आप को अन्दर आने के लिए पैसे नहीं देना है. मैं सारा रात नाच दी और मेरे दोस्तों के साथ मज़ा किया था. मैं मेक्सिको छोड़ना नहीं चाहता था. जब हम मिचिगन पर वापस आए मौसम बहुत ठंडा था. हम ने अपने सामान कार में दल दिया और अन्न अर्बोर तक चले गए. में अगले साल एक बार और मेक्सिको जाना चाहता हूँ. मैं अपना परिवार मेक्सिको के बारे में बता दिया और वे कहते थे की वे एक दिन मेक्सिको भी जाएँगे. 

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