Wednesday, 2 February 2011

विधि का मन पसंद लोक नाच

मेरा मन पसंद लोक नाच भंगरा है. बचपन से मै हमेशा देखती थी जब शादिय पर सब लौग पंजाबी गाने सुनकर नाचते थे. मुझे नाचने का बहुत शौक है लेकिन मुझे भंगरा आती नहीं थी. भंगरा सीखना काफी मुश्किल काम लगता था तो मेने सीखने कि कोशिश नहीं कि. मगर जब भी मै भंगरा देखती थी मै बहुत खुश होती थी.

उनिवेर्सित्य ऑफ़ मिचिगन मै हर साल एक लोक नाच का शो होता है. मेरे पहले साल से, मै हमेशा चहाती थी के मै भंगरा कर पाऊँगी. पहले दो साल मुझे भंगरा नहीं मिला, लेकिन मुझे फिर भी बहुत मज़ा आया. मैने दुसरे भर्तियाँ नाच सीखे और वोह भी मुझे बहुत अच्छा लगा. भारत नाट्यम बहुत सुंदर नाच है लेकिन मैरे लिए ये सीखना बहुत मुश्किल था. मेरी सहेली बचपन से भारत नाट्यम और कत्थक सीख रहे थे, और मुझे यह नाच तीन महीने मै सीखना पड़ा! मुझे यह बिलकुल पसंद नहीं था मगर मुझे बहुत अच्छी नयी सहेलियां मिली.

इस साल मुझे भंगरा मिला. मै बहुत खुश थी कि मै भंगरा सीखा पाउंगी और फिर पांच हज़ार लौग के सामने एक पूरा नाच कर पाऊँगी. पहले मै भंगरा सीखना बहुत मुश्किल था और मेरे टांगो मै बहुत दर्द होती थी. रूशी हमारा एक चोरेओग्रफेर था और वह हमसे बहुत काम करवाता था. पहले हफ्ते मे मैने सोंचा कि मै यह नाच नहीं कर पाती लेकिन मैने बहुत महनत कि और पुरे तीन महीने के लिए भंगरा सीखा. जब हमने स्तागे पर परफोर्म किया, मुझे बहुत मज़ा आया और मै बहुत खुश थी कि मुझे भंगरा करने का मौका मिला. 

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