Thursday 3 February 2011

मेरा मनपंसद भारतीय लोक नाच

भारत में बहुत लोक नाच है. हर प्रदेश अपने तरह है. इसलिए क्योंकि वहां छब्बीस प्रदेश रहे हैं तो भारत में अलग अलग नाच की तरह. मै अमृतसर से हूँ लेकिन मेरा मनपंसद भारतीय लोक नाच गुजरात से है. गरबा मेरा मनपसंद नाच नाचने और देखने के लिए है. मैने अपने पूरे बचपन नाचा. मैने भरतनाट्यम भांगड़ा और दूसरे कि लेकिन गरबा हमेशा मेरा मनपंसद है. गरबा बहुत रंगीन और जीवंत है. मै और अपनी बड़ी बहन एक टीम में थे. हम मिडवेस्ट पर प्रतिस्पर्ध करने के लिए यात्रा करते थे. हम बहुत हिंदुस्तानी सहेलियों से टीम पर थे. गरबा आध्यात्मिक का नाच शरू था. वह नौ दिन हिंदू त्योहार नवरात्रि के लिए किया जाता है. लोग केंद्र की बत्ती के चारों नाचते है. ज़्यादातर नाच मोलों में नाचते है. लोग हर कदम के साथ बगल में मोड़, बह हथियार और ताली करते है. सभी उम्र के लड़कियों और लड़के गरबा नाच सकते हैं. रंगीन वेशभूषा सभी लोग से पहना रहे हैं. आजकल गरबा सब खुश अवसरों के लिए करता है. गरबा बहुत लोकप्रिय भारत और विदेशी में है. वह विदेशी लोगों को संस्कति लाता है. वह बच्चों को हिन्दुस्तानी संस्कुती देता है. मुझे और अपनी बहन के लिए गरबा वह कि. हम अपनी भारहीय जड़ें से हो गया फिर भी हम भारत में नहीं रहते है. नाच समुदायाँ इकट्ठा लाता है. गरबा एक तरह से मनाने के लिए है ख़ास तौर पर शादियों में. मेरा पूरा परिवार पूरा रात के लिए मेरी बहन की शादी पर नाचे. वह मेरा सब से खुशी स्मूती है. इस तरह है बहुत मेरी मनपंसद यादें गरबा शामिल हैं. 

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