Thursday, 24 February 2011

Wednesday, 23 February 2011

Wednesday, 9 February 2011

अमिताभ बच्चन

अमिताभ बच्चन भारत के सबसे मशहूर फिल्म एक्टर है. उन्होंने बहुत अवार्ड भी जीती है और सबसे ज्यादा बेस्ट एक्टर नोमिनातिओंस अमिताभ बच्चन के पास है. अमिताभ बच्चन कि पहली फिल्म फिल्म १९६९ मे निकली थी और वेह आज तक फिल्मों मे एक्टिंग कर रहे है. उनकी पहली मशहूर फिल्म "आनंद" थी, जिस के लिए उनको एक फिल्म्फारे नोमिनातिओं मिली थी. मगर अमिताभ बच्चन कि असली विख्याति हुई जब वेह ज़ंजीर मे थे. इस फिल्म के बाद, अमिताभ बच्चन कि हर फिल्म एक मजोर हित थी, और वेह भारत के सबसे मशहूर फिल्म एक्टर बने.


अमिताभ बच्चन १९४२ मे अलाहबाद मे पैदा हुए थे. उनके पिताजी, Dr. हरिवंश राइ बच्चन, एक कवी थे. उनकी माँ, तेजी बच्चन माँ और पत्नी के काम करती थी लेकिन वेह हमेशा चाहती थी कि वेह नौटंकी बने. इस लिए उन्होंने कोशिश कि अमिताभ को नौतानकारी के काम मे जाने के लिए. अमिताभ का एक छोटा भाई है, अजिताभ, मगर वेह फिल्मों मे नहीं आता है. 


अमिताभ बच्चन ने जाया बधुरी से १९७३ मे शादी कि. यह दोनों एक सात काफी फिल्मों मे आए थे. एक फिल्म अभिमान थी, जो बहुत मशहूर थी जब निकली थी. इनके दो बच्चे है. अभिषेक इनका बेटा है और वेह भी एक फिल्म एक्टर है. अभिषेक ने ईश्वरीय राइ शे शादी कि. अमिताभ और जाया को एक बेटी भी है. उसका नाम श्वेता है और वह एक्ट्रेस नहीं है. बच्चन खंडन भारत मे टी.व्. पर बहुत आती है और सब लौग जानते है वेह कौन है. अमिताभ और जाया को बहुत इज़त मिलती है क्यों कि वेह चलीस साल से बॉलीवुड मे एक्टिंग कर रहे है. 




मेरा मनपसंद अभिनेता

मेरा मनपसंद अभिनेता शाहिद कपूर हैं। उस का जन्मदिन २५ फेब्रुअरी हैं।।वह २९ साल का हैं। वह बहुत मशहूर उस हैं। उस के माँ-बाप भी बहुत मशहूर हैं। शाहिद के पापा पंकज कपूर हैं। पंकज कपूर एक बहुत अच्छे अभिनेता हैं। शाहिद की माँ का नाम नीलिमा हैं। वह एक अभिनेत्री और नर्तकी हैं। जब शाहिद तीन साल का था तब उस के माँ-बाप का तलाक हुआ। शाहिद अपनी माँ के साथ रहता था। शाहिद की सौतेली माँ भी एक मशहूर अभिनेत्री हैं। उस का नाम सुप्रिया पाठक हैं। शाहिद कपूर एक शाकाहारी हैं। अभिनेता बन ने के पहले शाहिद एक नर्तक था। वह शामक दावर के लिए काम करता था। शामक एक बहुत मशहूर नर्तक हैं। शाहिद 'ताल' में एक नर्तक था। उस की पहली फिल्म का नाम 'इश्क विश्क' हैं। वह एक अच्छी फिल्म थी और शाहिद की अभिनय बहुत अच्छी थी। उस के बाद शाहिद की फिल्मो फ्लॉप गई। 'इश्क विश्क' के बाद उसकी पहली हित 'विवाह' थी। उस फिल्म में शाहिद कपूर ने बहुत अच्छा काम किया है। उस की सबसे बड़ी हित 'जब वी मेट' हैं। उस फिल्म में वह करीना कपूर के साथ हैं। वह एक आमिर लड़के के रोल में है। वह पहले बहुत दुखी है लेकिन करीना कपूर को मिलने के बाद खुश हो जाता हैं। यह एक बहुत अच्छी फिल्म थी। उस के बाद शाहिद 'कमीने' में आया। उस में शाहिद का 'दौबल रोल' है । वह जुड़वाँ भाई की अभिनय करता है।

भारत का एक प्रसिद्ध अभिनेता (प्रियांग बक्षी)


मेरे ख्याल में शारुख खान भारत का एक मशहूर अभिनेता है। शारुख खान का जन्म भारत में हुआ है। उसका जन्म दिन दो नवम्बर को है। मैं यह तारीख जानता हूँ क्योंकि मेरे पिताजी का जन्म दिन भी दो नवम्बर को है। शारुख खान का धर्म इस्लाम है किन्तु उसने एक हिन्दू लड़की से शादी की है। यह औरत का नाम गौरी है और वह भी भारत में बहुत मशहुर है क्योंकि वह फिल्मों की प्रोड्यूसर है। शारुख खान और गौरी के दो बच्चे हैं, एक लड़का और एक लड़की। मैंने टी वी पर देखा है की शारुख खान और गौरी के बच्चे दोनों धर्म में मानते है। इसीलिए में खान परिवार की बहुत इज्जत करता हूँ। टी वी में खान परिवार का घर एक बड़े महल जेसा लगता था। जब में छोटा था, तब मैंने शारुख की फिल्म "दिल तो पागल है" देखी थी। यह फिल्म मेरी सबसे पहले हिंदी फिल्म का अनुभव था और उस दिन से शारुख खान मेरे सबसे मनपसंद अभिनेता बन गया। शारुख खान की दूसरे प्रसिद्ध फिल्मों के नाम "कुछ कुछ होता है", "कल हो न हो" और "कभी अलविदा न कहना है।" यह सारे फिल्मों के नाम "क' से शुरू होते है क्योंकि यह फिल्मों के प्रोड्यूसर, करन जोहर, का शुभ अक्षर 'क' है। शारुख खान बहुत सारी बार अमरिका और सिंगापूर फिल्मों या कॉन्सर्ट के लिए गया है। जब मैं सिंगापूर में रहता था, तब शारुख खान को मैंने पहली बार एक कॉन्सर्ट में देखा था। मैंने सुना है की शारुख खान पहले सिर्फ टी वी के प्रोग्राम में आता था। उसने अपनी जिंदगी में इतनी सफलता पाई है की आज भारत में उसके पोस्टर सारे जगह पर लगते हैं और पूरा भारत उसका नाम जानता हैं।

Tuesday, 8 February 2011

अक्शेय कुमार

अक्शेय कुमार भारत के एक बहुत मशहूर फिल्म स्टार हैं | उन्होंने अपने ज़िन्दगी में आज तक १०० से ज्यादा फिल्मो में काम किया है और आजकल वह भारत के सबसे आचे फिल्म स्टार माने जाते हैं |
अक्शेय कुमार का जनम अमृतसर पुनजब में हुआ था | वह बचपन से ही नाचने में बहुत आचे थे और उन्हें एक्टिंग करने का बहुत शौक था | उन्होंने अपना बचपन दिल्ली के चांदनी चौक नामक इलाके में गुज़ारा था | मुंबई जाने से पहले वह यहाँ रहते थे और मुंबई जाने के बाद वह कोलवाडा नाम के एक जगह में रहने लगे | वह दोन बोस्को स्कूल में छोटे होते हुए पढ़े थे और फिर गुरु नानक खालसा कॉलेज में उन्होंने ने बड़े होकर पढाई करी और खेलों में भी हिस्सा लिया |
अक्शेय कुमार की सबसे पहली फिल्म का नाम सौगाध था | उनके करियर की सबसे सर्वश्रेस्थ फिल्में थी खिलाडी, हेरा फेरी, भाग ऍम भाग, जान एह मनन और कई सारी हैं | उनकी फिल्म जो मेरेको सबसे अची लगती है थी नमस्ते लन्दन |
२००७ उनके ज़िन्दगी का सबसे अच साल था क्यूंकि उस साल में उन्होनो जो भी फिल्म करी वोह हित हुई और उन्होंने खूब पैसा कमाया |
अक्शेय कुमार ने एक्टिंग करते हुए कई लड़कियों के साथ छोटे रिश्ते निभाए | अंत में जाकर उनकी त्विन्क्ले खन्ना से शादी हुई | उनका एक बेटा है जिसका नाम है अर्नव |

Hrithik Roshan

हृथिक रोशन मेरा मन पसंद एक्टर है. हृथिक रोशन सबसे अच्छा कलाकार है. वह एक्टिंग कर सकता है और वह नाचता भी है. हृथिक रोशन बॉलीवुड में सबसे अच्छा नाचकर है. वह ऐसे चलता जैसे उसकी कोई हडियाँ नहीं है. वह बहुत आसानी से नाचता है. हृथिक रोशन राकेश रोशन का बेटा है. राकेश रोशन एक मशहूर एक्टर भी है. हृथिक रोशन बहुत फिल्म में आया है. उसकी पहली फिल्म थी कहो ना प्यार है. उसके बाद वह मुझसे दोस्ती करोगे, कभी ख़ुशी कभी ग़म, मिस्सिओं कश्मीर, और दूसरी फिल्म में था. उसकी फिल्मे कभी अच्छा होती है और कभी करब होती है लेकिन मुझे उसके सरे फिल्म अच्छे लगते है क्यों कि हृथिक उन फिल्मों में होता है. मुझे धूम तवो सबसे अच्छी लगी क्यों कि उस में वह बहुत नाचता है और वह एक्शन फिल्म में बहुत अच्छा है. कहो न प्यार है भी बहुत अच्छी थी लेकिन मुझे अमीषा पटेल पसंद नहीं है. उसको एक्टिंग नहीं आती है. मैंने गुज़ारिश नहीं देखि है लेकिन मैंने इस फिल्म के बारे में बहुत कुछ सुना है. सब कहेते है कि इस फिल्म में उसने बहुत अच्छी एक्टिंग कि है. यह फिल्म बहुत सेरिऔस फिल्म थी और इस फिल्म में वह एक जधुघर है और वह बाधा हो जाता है. यह कहानी बहुत दुखी वाली है लेकिन बहुत अच्छी भी है. हृथिक रोशन बहुत देखी में बहुत अच्छा है. वह बहुत सुन्दर है. हृथिक रोशन मैंने सुना है कि वह बहुत अच्छा आदमी भी है. उसके धो बचे है और वह अपनी बीवी से बहुत प्यार करता है. उसकी बीवी का नाम सुसन है और वह बहुत सुन्दर भी है. मेरे बचपन में मैं हृथिक रोशन से शादी करना चाहती थी.

आशा भोसले

आशा भोसले एक भारतीय प्लेबैक गायिका है, जो अपने अद्भुत आवाज़ से पूरे देश को मंत्रमुग्ध कर दिया है। वह लंबी अवधि से, शायद छह दशकों से भी ज्यादा भारतीय संगीत उद्योग पर हावी रही है। वह बहुत कुशल और प्रतिभाशाली गायक है। वह फिल्म संगीत, गजल, पॉप, पारंपरिक भारतीय शास्त्रीय संगीत, लोक गीत, क़व्वाली, भजन, और रवींद्र संगीत गाती है। वह चौदह भाषाओं में गीत गाया है, जैसे हिंदी, मराठी, बंगाली, गुजराती, पंजाबी, तमिल, अंग्रेजी, रूसी, और मलय

आशा भोसले
का जन्म सितम्बर १९३३ पर है। वह सांगली, महाराष्ट्र में एक छोटे से गांव में पैदा हुआ था। आशा का परिवार बहुत संगीतप्रेमी है। उसका पिता, पंडित दीनानाथ मंगेशकर एक थिएटर कलाकार और शास्त्रीय गायक था। दुर्भाग्य से केवल नौ साल की उम्र में आशा भोसले का पिता का मृत्यु (हार्ट डिज़ीज़ से) होगया। उसके बाद आशा का परिवार एक स्थान से दुसरे स्थान में बदल रहने पड़ा। वे पुणे से कोल्हापुर और फिर मुंबई में रहे थे। परिवार का समर्थन करने के लिए, वह और उसकी बड़ी बहन लता मंगेशकर फिल्मों में गाना शुरू किया था। वह मराठी फिल्म माझा बाल १९४३ में अपनी पहली फिल्म गीत "चल चल नव बाला" गाया था। १९४८ में उसकी पहली हिंदी फिल्म गाना "सावन आया" हंसराज बहल चुनरिया के लिए था। १९४९ में, उसकी पहली सोलो हिंदी फिल्म "रात की रानी" के लिए गाई थी।

शुरू में, आशा भोसले लीड गाना करने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ा। उसको सिर्फ दुष्ट और कामुकतापूर्ण लड़कियों के लिए गाना गाया और कम बजट बी या सी ग्रेड फिल्मों में गाना मिला। कुछ समय के बाद, उसको अच्छे-अच्छे गाना गाने को मिला और आशा भोसले को सम्मान मिला। आज आशा भोसले के पास दो राष्ट्रीय फिल्म अवार्ड (१९८१ और १९८६), सात फिल्म्फर बेस्ट फेमाले प्लेबैक अवार्ड, सत्रह महाराष्ट्र स्टेट अवार्ड, कही एमटीवी अवॉर्ड, दुबई से सिंगेर ऑफ़ मिल्लेन्नियम अवार्ड (२०००), बीबीसी लाइफ्टाइम अचीव्मन्ट अवॉर्ड (२००२), और कई विशेष पुरस्कार है।

उसको बिदेश में भी मान्यता मिली है। १९९७ में आशा पहली भारतीय गायक है जिसको ग्रैमी पुरस्कार के लिए नामिनेट किया गया था। भारत सरकार ने उसे २००० में दादा साहेब फाल्के पुरस्कार और २००८ में पद्म विभूषण से सम्मानित किया हैसितम्बर २००९ में, वर्ल्ड रिकॉर्ड अकादमी के अनुसार से आशा भोसले को दुनिया में "अधिकांश रिकॉर्ड कलाकार" माना जाता है।

शाहरुख़ खान

मेरा सबसे मनपसंद एक्टर शाहरुख़ खान है। उसकी उम्र पैंतालिस है। वह २ नवम्बर १९६५ में पैदा हुआ था। उसका जन्म नई दिल्ली में हुआ था। शाहरुख़ खान ने हंसराज कॉलेज में भारती कराया और इकोनोमिक्स डिग्री के साथ ग्रादुअते हुआ। शाहरुख़ खान मुस्लिम है लेकिन वह एक हिन्दू से शादी किया। उसका नाम गौरी छिब्बर है। अब उनके पास दो बच्चे भी है। उनके नाम आर्यन और सुहाना हैं। दोनों बच्चे हिन्दू भगवानों और इस्लाम के भगवन को मानते है। पहेले शाहरुख़ खान फिल्मे में काम नहीं करते थे। वह सिर्फ टीवी सीरियल में काम करते थे। सीरियल का नाम सिर्चुस था। इस सीरियल ने उसकी करियर शुरू किया। उसका पहेला फिल्म दीवाना था। इस रोले की वजह से उसको "बेस्ट नेव्कोमेर" अवार्ड मिला. इस फिल्म के बाद उसने दो फिल्मे की जिस में वह एक अच्छा आदमी नहीं था। शाहरुख़ खान हीरो नहीं था, लेकिन उसका काम बहुत अच्छा था और बाज़ीगर के लिए उसको उसका पहेला "बेस्ट एक्टर" अवार्ड मिला। शाहरुख़ खान का सबसे मनपसंद फिल्म कभी हाँ कभी ना था। इस फिल्म में शाहरुख़ खान को लडको नहीं मिलती है, लेकिन यह कहानी बहुत अच्छा था और उस फिल्म में, शाहरुख़ खान ने बहुत दोस्त बने। १९९५ में शाहरुख़ खान का सबसे लोकप्रिय फिल्म बनी, दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे। यह फिल्म इतना अच्छा है की पंद्रह साल के बाद इस फिल्म ठेअटर पर देखनी जाती है। अगर एक फिल्म ठेअटर में पाँच महीने पर रहती है, थो यह बहुत अच्छा है, थो फिर जब एक फिल्म पंद्रह साल एक ठेअटर में रहेता है यह बहुत बड़ी बात है। शाहरुख़ खान ने बहुत सारे अवार्ड्स जीते क्योंकि वह बॉलीवुड के सबसे अच्छा और इमानदार एक्टर है। अभी अभी उसीने फिर से "बेस्ट एक्टर" अवार्ड जीता my नामे इस खान film के लिए. यह उसका आठवी "बेस्ट एक्टर" अवार्ड था। इस गर्मी में, उसका नै फिल्म आ रहा है। फिल्म का नाम रा १ है। मुझे सिर्फ तोड़ी देर और इंतज़ार करना होगा इस अच्छा फिल्म के लिए।
शाहरुख़ खान एक बॉलीवुड एक्टर है। उस का जनम दिन २ नवम्बर १९६५ है। वह एक फिल्म प्रोडूसर और टीवी होस्ट भी है। उस का करियर टीवी पर शुरू हो गयी १९८० में। उस का पहला फिल्म 'दीवाना' था १९९२ में। शाहरुख़ खान ने १४ फिल्मफेर अवार्ड्स जीती। वह एक बड़ा मशहूर एक्टर है। शाहरुख़ की पत्नी गौरी छिब्बर है। उन की शादी १९९१ में हुई थी। उनके दो बच्चे हैं। आर्यन उन का बेटा है और उस का जनम १९९७ में हुआ था। सुहाना उन की बेटी है और उस का जनम २००० मैं हुआ था। आर्यन तेरह साल का है और सुहाना दस साल का है। शाहरुख़ मुस्लिम है लेकिन उस की पत्नी गौरी हिन्दू है। शाहरुख़ खान की बहन का नाम शेह्नाज़ है। शाहरुख़ डेल्ही में स्कूल गया था। जब आदित्य चोप्रा ने शाहरुख़ को पुछा अगर वह उस का फिल्म में एक्ट करना चाहिए था, शाहरुख़ ने जल्दी से हाँ कह दिया, स्क्रिप्ट देखने के बिना। शाहरुख़ ने एक विल्ला खरीदा दुबई में। जब शाहरुख़ छोटा था, वह हिंदी अच्छी तरह से नहीं जानता था लेकिन उस की माँ ने कहा की 'अगर तुम हिंदी फ़ैल न हो जाये, तो में तुम को एक्टिंग क्लास ले जाउंगी'। उस दिन के बाद वह कुछ नहीं फ़ैल किया। उस को कंप्यूटर गमेस को बहुत पसंद है। स्कूल में शाहरुख़ ने बहुत सरे स्पोर्ट्स खेला। वह क्रिकेट और होसके खेलता था। शाहरुख़ मैथ में अच्छे मार्क्स नहीं मिलता था लेकिन दुसरे क्लास्सों में बहुत अच्छा किया। उस का नाम का मतलब है 'रजा का चहरा'। उस के पिता कैंसर से म्रत्यु हो गयी। उस के पिता और माता दोनों की म्रत्यु हो गयी शाहरुख़ की एक्टिंग से पहले और उन्होंने कभी नहीं देखा की उन का बेटा क्या और कौन बन गया.

Monday, 7 February 2011

मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच

भारत में बहुत सारे लोग रहते हैं। इस लिए भारत में बहुत सारे लोक नाच भी हैं। हर प्रदेश का लोक नाच हो सकता हैं। मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच रास हैं। यह गुजरात का लोक नाच हैं। रास बहुत मजे का नाच। रास के साथ गरबा भी कर सकते हैं। गरबा भी एक गुजराती लोक नाच हैं। दोनों नवरात्री के समय लोग करते हैं। नवरात्री एक त्यौहार हैं। गरबा में लोग ताली बजाते हैं और चक्कर में जाते हैं। गरबा करने में बहुत मजा आती हैं। रास में डांडिया इस्तेमाल करते हैं। लोग एक दोनों के डांडिया को मरते हैं। मुझे रास बहुत पसंद हैं। में बचपन से गरबा और रास कर रहा हूँ। लेकिन जब मैं चोट्टा था तब मुझे रास और गरबा बहुत पसंद नहीं थे। जब मैं भारत में था तब मैं बहुत नाचता नहीं था। उनिव्र्सिती आने के बाद मैं ज्यादा नाचने लगा। एक कल्तुरल शो में मैं ने रास नचा था। यह मैं ने दो साल के लिए किया। रास की दंगल भी होती हैं। मिचिगन में एक दंगल होती हैं। इस का नाम डांडिया धमाका हैं। रास करने वाले देश की कोने कोने से डांडिया धमाका में आते हैं। मैं तिन साल से डांडिया धमाका का हिस्सा हूँ। रास करने में और देखने में भी बहुत मजा आती हैं।

Sunday, 6 February 2011

प्रेम का मनपसंद भारतीय लोक नाच

मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच भंगरा है. भंगरा पंजाब का मशहूर नाच है. भंगरा पंजाबी गानों पर किया जाता है. मुझे भंगरा इस लिए अच्छा लगता है क्योंकि पंजाबी गाने बहुत ही तीज रफ़्तार वाले गाने होते हैं. और दूसरी वजह यह है के मैं कुद पंजाबी हूँ. बचपन से ले कर मैं पंजाबी गाने सुनता आ रहा हूँ और जब भी कोई पार्टी में जाता हूँ, सब भंगरा करते हैं. भंगरा बहोत ही सुन्दर नाच है. भंगरा मैं लोग रंग बिरंगी कपड़े पहनते हैं और ढोल भी बजाते हैं. भंगरा मैं एक और बहोत ही मशहूर बात है और वह है के भंगरा नाच मैं ढोल बजाते हैं. ढोल सुनकर अपने आप नाचने को दिल करता है. भंगरा एक बहोत ही सुन्दर और मजेदार नाच है. आज कल, भंगरा हर किसम के गाने पर किया जाता है, लेकिन पहले भंगरा पंजाब के किसान करते थे जब खेती का मौसम आता था. भंगरा इंग्लैंड मैं भी बहुत मशहूर है. जब पंजाबी लोग इंग्लैंड आये थे, वह भंगरा भी साथ ले कर आये. इस लिए इंग्लैंड में अब भंगरा बहुत मशहूर है. आज भी पूरी दुनिया मैं भंगरा के प्रतियोगिताएं होती हैं. दुनिया में जहाँ भी पंजाबी लोग गए हैं, वहां भंगरा बहुत ही मशहूर हो गया है. जब मैं हाईस्कूल में था, मैंने भी एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया. उस कार्यक्रम में मैंने और कुछ लोगों ने भंगरा किया. भंगरा देखने में और भंगरा करने में बहुत मज़ा आता है. जिन गानों पर लोग भंगरा करते हैं, वह गाने भी बहुत मजेदार हैं.

Thursday, 3 February 2011

मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच

भारत एक छोटा सा देश है, लेकिन देश का परंपरा बहुत ज्यादा है और बहुत मज़ा भी हैं। हर त्योहार, सारे लोग नाच करते हैं और बहुत खाना पकाते हैं। मेरा सब से मनपसंद नाच रास/गरबा है। हर नवरात्रि, मेरा परिवार, मेरे दोस्त और मैं बहुत सारे गरबा और रास नाचते है। मैं गुजराती नहीं हूँ लेकिन मैं सारे गुजराती चीज़ें बहुत पसंद है। इस लिए, मेरा मनपसंद लोक नाच रास/गरबा है। पिछले साल मैं रास टीम में थी। इस साल, मेरे पास कोई वक़्त नहीं है और रास टीम चोदिय।
बचपन से, मैं हमेशा नाच कर रा ही हूँ। जब मुझे थोड़ी थकी लगती थी, मैं मध्य रात में नाच अभ्यास करती थी। कभी कभी मैंने भरतनाट्यम अभ्यास किया लेकिन हर दिन, मैं गरबा भी करती थी। हर नवरात्रि, मैं चार या पांच गरबा जाती हूँ। हर दिन, एक नया गागर चोली पहनती हूँ और हर दिन गायक नया नया गाना गाते थे।
हर साल, नवरात्रि के बाद, उनिवेर्सित्य ऑफ़ मिचिगन एक बड़ा रास काम्पितिस्हीं प्रबंध करते है। इस का नाम है "डांडिया धमाका" है और अमेरिका का सबसे अच्छे रास टेंस काम्पितिस्हीं के लिए यहाँ पर आया। पिछले शनिवार रात में, दस टेंस काम्पीत किया और तीन जीत गयी। डंडिया धमाका बहुत मज़ा था और मैं खुश थी क्यूँ की मिशिगन का टीम जीत गयी! शो के बाद, एक पार्टी था और सारे टेंस और नाच किया। वोह भी बहुत मज़ा था।
अब मैं नवरात्रि के लिए इंतेज़ार कर रही हूँ। मेरे पिताजी अब देश से वापस आया और एक नया गागर मेरे लिए। इस लिए मैं बहुत खुश हूँ ।
आत मैंने बहकी है तब थक नवरात्रि आया, लेकिन ये कोई बात नहीं। मैं हमेशा दोस्त के साथ नाच करौंगी और यह भी बहुत मज़ा है।

मेरा मन पसंद भारतीय लोक नाच

भारत में बहुत सारें नाच हैं। हर घूमघाम के पास अलग-अलग नाच हैं। गूजारत में, पंजाब में, हर घूमघाम में। पूरा भारतीय लोक नाच सूंदर हैं अौर इमपंोरटनट भी हैं कय़ोकि हर नाच इसका पद का संवघृन के बारे में एक कहानी कहता हैं। मेरा मन पसंद भारतीय लोक नाच रास हैं। जवानी सें, मैं रास नाचता था: शादी में, गरबा रास में, कुछ न कुछ जगह में। मैं गूजराती हूँ अौर मेरी पूरी परिवार में दहुत सारें लोग को नाचना पसंद हैं। एक उतसव हैं, नवरातृी, कब मेरी परिवार नौ दिनों के लिए रास नाचते हैं। इस के कारण, नवरातृी मेरी पारिवार का मन पसंद उतसव हैं। हम लोग डिटरोट जाते हैं, कयोकि डितरोट में, नचरातृी का उतसव बहुत अचछा हैं। रास बहुत सूंदर है, लेखिन बहुत तकनीकी अोर मुशिकल भी हैं। रास में, कुछ लोग एक कतार अौर गुटं में हैं। उनके डंडिया सें उनके सामने लोग का डंडिया मारते हैं अौर नाचते हैं। हर नवरातृी मुझे बहुत पसंद अाता हैं। पिछले साल में, मैं एक रास टीम में था। यह टीम को हम "रासगुला" कहते हैं। हम इ।अ।स।अ सो में थे अौर मैं ने रास की नाच कि। इस टीम में बहुत मजा अाया। इस शो हे करण मैं अचछे दोसत भी मिल गया। मेरा दूसरा मन पसंद नाच भांगरा हैं। बचपन से, में भांगरा नहंी नङा, लेखिन मुझे भांगरा नाचना पसंद हैं। मैं भांगरा अचचा तरह सें नाच सकता हूँ लेखिन मूझे कोइ नही सिखाया। मुझे भी भांगरा का गाना अचछा लगता हैं।

मेरा मनपंसद भारतीय लोक नाच

भारत में बहुत लोक नाच है. हर प्रदेश अपने तरह है. इसलिए क्योंकि वहां छब्बीस प्रदेश रहे हैं तो भारत में अलग अलग नाच की तरह. मै अमृतसर से हूँ लेकिन मेरा मनपंसद भारतीय लोक नाच गुजरात से है. गरबा मेरा मनपसंद नाच नाचने और देखने के लिए है. मैने अपने पूरे बचपन नाचा. मैने भरतनाट्यम भांगड़ा और दूसरे कि लेकिन गरबा हमेशा मेरा मनपंसद है. गरबा बहुत रंगीन और जीवंत है. मै और अपनी बड़ी बहन एक टीम में थे. हम मिडवेस्ट पर प्रतिस्पर्ध करने के लिए यात्रा करते थे. हम बहुत हिंदुस्तानी सहेलियों से टीम पर थे. गरबा आध्यात्मिक का नाच शरू था. वह नौ दिन हिंदू त्योहार नवरात्रि के लिए किया जाता है. लोग केंद्र की बत्ती के चारों नाचते है. ज़्यादातर नाच मोलों में नाचते है. लोग हर कदम के साथ बगल में मोड़, बह हथियार और ताली करते है. सभी उम्र के लड़कियों और लड़के गरबा नाच सकते हैं. रंगीन वेशभूषा सभी लोग से पहना रहे हैं. आजकल गरबा सब खुश अवसरों के लिए करता है. गरबा बहुत लोकप्रिय भारत और विदेशी में है. वह विदेशी लोगों को संस्कति लाता है. वह बच्चों को हिन्दुस्तानी संस्कुती देता है. मुझे और अपनी बहन के लिए गरबा वह कि. हम अपनी भारहीय जड़ें से हो गया फिर भी हम भारत में नहीं रहते है. नाच समुदायाँ इकट्ठा लाता है. गरबा एक तरह से मनाने के लिए है ख़ास तौर पर शादियों में. मेरा पूरा परिवार पूरा रात के लिए मेरी बहन की शादी पर नाचे. वह मेरा सब से खुशी स्मूती है. इस तरह है बहुत मेरी मनपंसद यादें गरबा शामिल हैं. 

मेरा मनपसंद भारतीये लोक नाच

मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच भांगड़ा है। भांगड़ा पंजाब की नाच है। कल साल मैं ने "ऐसा" शो जाकर कोई नाचें देखी। एक नाच भांगड़ा था और वह बहुत अच्छा था। नाचे वाले बहुत खूबसुरत कपडे पहने। कपड़े के नाम कुरता हैं। नाचे वाले चादर और पगड़ी भी पहने। नाचे वाले के पास तुरले भी थे। कुरता के ऊपर नाचे वाले जुगी पहने। नाचे वाली सलवार कमीजें पहनी। ईस कमीज़ बहुत रंगीन थी। नाचे वाली चुन्नी भी पहनी। चुन्नी भी रंगीन थी। सब नाचे वाले रुमाल पहने।
भांगड़ा के गाने हमेशा पंजाबी में गाता है। गाने प्यार, पीना, पैसा, और नाचना के बारे में होगे। भांगड़ा की संगीत ढोल बजता है। ढोल एक बड़ा द्रुम है। ढोल को दो हिस्से हैं- एक हिस्सा का नाम दग्गाह है और दूसरा हिस्सा का नाम तिल्ली है। भांगड़ा की संगीत सितार भी बजता है। मुझे सिर्फ तोडा भांगड़ा के बारे में है लेकिन भांगड़ा मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच है।

मेरा मनपसंद भारतिए लोक नाच

 भारत में यह बहुत भारतिए लोक नाच है और मुझे मालूम नहीं है कि किसका भारतिए मेरा मनपसंद. मेरा बचपन में, मै बहुत नाच की, कुछ अमेरिकेन नाच और कुछ हिन्दुस्तानी नाच की. जब मै पाँच गया था, मै भरतनाट्यम कि. मै और मेरी बचपन के सेहली भरतनाट्यम की. एक दिन हम प्रदर्शन था और मेरी सेहली बहुत डर लगती थी. जब स्तागे पर गयी, हम नाच की और वह रो रही थी. अभी वह रो रही थी बहुत अजीब है लेकिन उस समय मै बहुत गुसा लगती हु. तो मै और मेरी सेहली भरतनाट्यम नाच फिर कभी नहीं किया था. शायद भरतनाट्यम मेरी मनपसंद नाच अगर मेरी सेहली नही रो शुरू किया थी. मिद्दले स्कूल में, मै लोक के नाच शुरू कि और मुझे वह बहुत पसंद थी. मुझे बहुत पसंद थी क्यों कि सब से सेहलियो लोक के नाच की. हम अलग के नाच की. हम भंगरा, रास, कत्थक, घूमर नाच की. लेकिन मै नाच अच्छी नहीं थी तो मै नाच ख़त्म कि क्यों कि मुझे गुसा आया. लेकिन हाई स्कूल में, मेरी सेहलियो मोदेर्ण हिन्दुस्तानी के नाच शुरू की. एक सेहली हिंदी फिल्म के गाना नाच बनाये. मुझे बहुत ख़ुशी लगती था क्यों कि शायद इस का नाच मै अच्छी कि. तो हम मोदेर्ण के नाच शुरू की और हम बहुत प्रदर्शन की. हमारा माथा-पिता देख आ रहे थे और वे बहुत पसंद थे. मै इस का नाच पसंद है क्यों कि मेरी सेहलीयो और मै बहुत मज़ा आ रहे थे लेकिन कॉलेज में, मै सब से नाच ख़त्म कि क्यों कि समय नही है. लेकिन अभी मै नाच धेकना पसंद है.

भंगरा लोक नाच

भंगरा भारत का एक तरह का लोक नाच है.  भंगरा पंजाबी का लोक नाच है.  शुरू में पंजाबी लोग भंगरा करते थे क्योंकि वे फसल मौसम के आने मनाते थे.  अब भंगरा बहुत बड़ा हो गया है.  नए गानों में नाचते है, फिल्मों में नाच देख सकते है, और कलज की प्रत्योगिताओं में अब भंगरा आता है.  ढोल, इकतार, तुमि, चिंता, और तबला से बजाकर भंगरा की संगीत सुनती है.  भंगरा की बहुत तरह से लोग करते है.  लोग झूमर, लूद्दी, गिद्ध, जुल्ली, धमाल, दानकर, सामी, किकली, और गतका करते हैं.  भंगरा गाने की शब्द सामाजिक मुद्दों और संस्कृति के बारे में है.  
झूमर संदाल्बर से है.  तबला वाला नाचने वालों के बिच में बैटता है.  लूद्दी झूमर के जैसे है.  तबला वाला नाचने वालों के बीच में है लेकिन नाचने वाले किसी और तरह से नाचते हैं.  वे एक हाथ पीठ के पीछे होता है और दूसरा हाथ मूह के आगे है.  गिद्ध औरगों का नाच है.  दानकर लोग करते है जब कुछ माना रहे हैं.  दो आदमियों साथ नाचते हैं.  धमाल में नाचने वाला बाँहों उपर करके कन्धों हिलाते हैं.  वे चलाते भी हैं.  सामी भी संदाल्बर का नाच है.  नाचने वाले कुरते और ल्हेंगे पहनते है.  किकी में दो औरतें साथ नाचती है.  गतका मैं लोग तलवार, चाकू, और लाठी के साथ नाचते है.  
जब पंजाबी लोग भंगरा करते है वे बहुत तरह के कपडे पहनते है.  आदमी चदरा पहनते हैं.  वे कुरते और पगड़ी भी पहनते हैं.  पंजाबी औरतें सलवार कमीज़ पहनते है.  वे चुन्नियाँ भी पहनते है.  ये कपडे बहुत रंगीला हैं. 

मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच

भारत में खुद ही बहुत साड़ी संस्कृतियाँ हैं और यही कारण है की भारत में कई से लोक नाच भी हैं | मेरा सबसे मनपसंद लोक नाच है भंगरा | यह नाच भारत के उत्तरी इलाके में एक पुनजब नाम के राज्य का है | यह नाच हर उत्सव पे किसी न किसी तरीके से किया ही जाता है | चाहे शादी हो या किसी का जनम दिन, चाहे कोई त्यौहार हा या वैसे ही किसी चीज़ की खुशियाँ मनाई जा रही हों यह नाच हर जगह करता हुआ दिखाई दे सकता है | इस नाच को पसंद करने की मेरी कई कारण हैं |
पहला और सबसे बड़ा कारण तो यही है की मैंने अपनी ज़िन्दगी ज़्यादातर पुनजब में ही गुजारी है और अपने बचपन से यह नाच लोगों को करते हुए देख और खुद करते हुए निकली है | इस करके इस नाच से बहुत लगाव है और जहाँ भी किसी तरह की ख़ुशी मनाई जा रही होती है वहां पर अपने दोस्तों के साथ में भंगरा कर रहा होता हूँ | दूसरा कारण ये है की इस नाच को देखते हुए दिल को बहुत ख़ुशी होती है | जब भी यह नाच किया जा रहा होता है तो सभ लोग आस पास के खुश हों जाते हैं और इसे करते हुए बहुत ख़ुशी का माहौल होता है | यह त्यौहार बहुत सालों से पुनजब का मशहूर लोक नाच है और सारे पंजाबी और पुनजब में रहने वाले इस नाच का बहुत सम्मान करते हैं | यह नाच गाँव से लेकर शहर में हर जगह दिखाई देता है | स्कूल के उत्सवो से लेकर राष्ट्रीय त्योहारों में यह नाच किया जाता है | इसी करके यह नाच पंजाबी को ही नहीं लेकिन पूरे भारत को दुनिया में मशहूर कर चूका है | 

Wednesday, 2 February 2011

मेरा सबसे मनपसन्द भारतिय लोक नाच.

मेरा सबसे मनपसन्द भारतिय लोक नाच भांगड़ा है. मुझे नाच के बारे में बहुत ज्यादा नहीं मालूम है, लेकिन भांगड़ा मुझे अच्छा लगता है. भांगड़ा एक पंजाबी लोक नाच है. पारपंरिक रूप से, वह नाच गया है जब फसल का मौसम आता है. भांगड़ा के संगीत बहुत मजेदार होते हैं. सब लोग सुनकर नाचने चाहते हैं. भांगड़ा भारतिय लोक नाच तो है, लेकिन अब सारा दुनिया में मशहूर हो गया है. लोग एमेरिका में भी भांगड़ा के बारे में जानते है. स्कूल में छात्र भांगड़ा नाचते हैं. हमारे स्कूल में भी वह होता है. हर साल एक नाटक होता है, जिस में लोग भारतिय लोक नाचे नाचते हैं. मैं कभी नाच करने के लिए शौक़ीन नहीं थी, लेकिन मेरे बहुत सरे दोस्त इस नाटक मैं हर साल नाचते हैं. और बहुत सरे लोग आते हैं उन को देखने के लिए. यह नाटक बहुत मजेदार होता है. भांगड़ा नाचने के लिए, मेरे दोस्तों बहुत रंगीले वाले कपड़े पहनते है. लडके कुरते पहनते हैं और लडकियाँ सलवार कमीज़ या लहंगे पहनते हैं. नाटक के लिए, ये कपड़े नये होते हैं, और बहुत रंग के होते हैं. भांगड़ा नाच के लिए गाने बहुत खुश और उत्तेजक होते हैं. ये गाने में लोग गाते हैं, और साथन बजाते हैं. यह साथन ढोल और तबला जैसे होते हैं. भांगड़ा के गीत पंजाबी में लिखे हैं. आदमी और औरत दोनों भांगड़ा नाचते हैं. लोग शायद सोचते हैं कि भांगड़ा पुरे भारत का लोक नाच है, लेकिन वह पहले पंजाब का है. लोग भंगडे को सुनकर, भंगडे को देखकर, और भंगडे को नाचकर बहुत खुश होते हैं. मेरे खयाल से, भांगड़ा भारत का सबसे अच्छा लोक नाच है.

मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच भंगरा और फ्यूश़न नुत्य है.

भारत एक महान देश है जहां नृत्य के कई रूप हैं। भारत बहुत नृत्य शैली की विविधता के लिए लोकप्रिय है। हिंदी फिल्मों में भारतीय नृत्य शैली की प्रस्तुति एक वैश्विक दर्शकों को भारत में नृत्य की सीमा को उजागर किया है। अब दुनिया के कई स्थानों में लोग भारतीय संगीत को सुन रहे हैं और वे कई अलग अलग भारतीय शास्त्रीय नृत्य सीख रहे हैं। अलग अलग नुत्य स्टाइल भारत के विभिन्न क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैंविदेशी स्थानों में भांगड़ा बहुत लोकप्रिय हैवास्तव में, भारतीय नृत्य हॉलीवुड फिल्मों में कभी कभी दिखाई देते हैं। यह इंडिया के लिए बहुत अच्छे बात है।

पहले मुझे इंडियन नुत्य के बारे में कुछ नहीं पता था। लेकिन जब मैं हिंदी फिल्म देखने लगी, तब मैंने सोचा था कि भारतीय संगीत और नृत्य बहुत दिलचस्प था। मुझे इंडियन नाच गाना पर एक शोक आया है। पुराने हिन्दी फिल्मों में ज्यादातर क्लास्सिकल या लोक नाचती दिखाया देती थी। मेरे लिए उस तरिका की नाच सीखना बहुत मुश्किल था। लेकिन अब हिंदी फिल्म में क्लास्सिकल या लोक नाचती के साथ साथ वेस्टर्न प्रभाव भी है। वेस्टर्न प्रभाव की नाच सिखने में इतना मुश्किल नहीं है। फिर भी मुझे इतनी अच्छी तहरा से नाचना नहीं आता। लेकिन मैं कोशिश करती हूँ। मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच भंगरा है। अगर मैं कभी भी भारत जाऊँ तो मैं भंगरा नुत्य जरुर सीखूंगी। भंगरा नुत्य के अलाबा मुझे फ्यूश़न बहुत अच्छा लगता है। मुझे लगता है की फ्यूश़न नुत्य में पारंपरिक और आधुनिक नृत्य का सही (परफेक्ट) संयोजन है।

मेरा मन पसंद नाच भंगरा है

मेरा मन पसंद नाच भंगरा है. जब मैं छोटा था तब मैं मेरे दोस्त के साथ एक मशहूर भंगरा मुकाबला देकने के लिए जाता था. वहा भारत के सबसे कुशल और प्रसिद्द नाचनेवाले आते थे. जब मैं छे साल का था, तब मैं मेरे भाई और मेरे दोस्त मुकाबले के लिए गए. मैं बहुत छोटा था, परन्तु मुझे भंगरा इतना अच्छा लगा कि मैं इस उनुभव को याद करता हूँ. भंगरा के नाच पुनजब के किसानों ने शुरू किये क्योकि उनको अच्छे फसल के उत्सव करने चाहते थे. लोग कहते हैं कि भंगरा कि नाच खेती करने के जैसे है. कई तरह के भंगरा हैं, जैसे झुमार, लद्दी, गिद्धा, जुल्ली, दान्करा, धमाल, सामी, किकली, और गतका. झूमर प्रथम संदाल्बर, पंजाब से हैं. यह बहुत सुन्दर नाच है.इस नाच में नाचने वाले ढंढोरची के गोल करते और फिर नाचते हैं.
लूद्दी भी बहुत सुन्दर नाच है. इस नाच में नाचने वाला एक हाथ उनके सर के आगे रखते है, और एक हाथ सर के पीछे. सब करते हुए, वह सर और हाथ को लहराता हैं. धुमार के जैसे, लूद्दी नर्तकी ढोल बजने वाले के गोल नाचते है.
लडकियों गिद्ध नाच करते हैं. यह नाच सुन्दर है पर मामूली भी है. यह नाच तालियाँ और ढोल के साथ होती है.
धन्कारा उत्सव करने का भंगरा है. इस नाच शादियों पर होती है. मेरे दोस्त के शादी पर कई नर्तकी धनकार भंगरा किये. बहुत मजा आया.
नर्तकी बहुत अच्छे कपडे पहनते है. आदमी चादरा पहनते है, और कुरता भी पहनते है. वे उनके सर पर पगड़ी भी पहनते है. औरते सलवार खामीज़ पहनते है. वे चुन्नियाँ भी पहनते है.
भंगरा बहुत मजेदार और सुन्दर नाच है. मुझे भंगरा देखकर बहुत मजा आता है.

मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच

मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच बिलकुल कथक है| जब मैं जैयपुर में थी तो मैं कथक नाचने वाले परिवार के साथ रहती थी| मैंने पहला दिन होस्पटल से घर पहुंचकर बैठक में कुछ छोटी लड़कियों की कथक की क्लास देखी| आने से पहले मैं बहुत बीमार थी और तभी मुझे कुछ थकी लग रहा था लेकिन मैं अपने ऊपर वाला कमरा जा नहीं सकती क्योंकि मुझे लड़कियों का नाच देखना चाहिए था| उस घर में रहने से पहले मुझे कथक के बारे में कुछ नहीं जानती थी तो मुझको सभी नया लगता था| मुझे जानता चाहती थी कि 'बैल्ज़' उनके टखने पर क्या थे लेकिन तभी मुझे नहीं मालूम कि लड़कियां से हिंदी में सवाल कैसा पूछता है|

जब मैं उस घर में रहती थी तो मैं मेरी सीमा दीदी के साथ कुछ नाच का पढ़ा किया| मेरी इच्छा थी कि मैं कुछ और सीखूं लेकिन अफ़सोस मैं हमेशा बहुत व्यस्त थी| मुझे अपनी बहनें के लिए नाच बहुत आसन लगता था लेकिन जब मैंने नाच की कोशिश करके मैंने देखा कि काफी मुश्किल है| कितने मुद्रा मुझे याद करना था और नाचने मधुर से उसी तरह आसन बिलकुल नहीं था|

कथक नाचने वाले रहने के कारण मैंने कुछ कथक के तमाशे बिलकुल देखे| मैंने अपनी बहनें और मेरी माता जी के नाच के प्रदर्शन देखे| मुझे एक अमुक तमाशा याद है| एक आदमी तमाशे में बहुत तेज़ से नाच रहा था| आदमी की लय कमल थी| मुझे नहीं समझ आया कि कैसा कोई उसी तरह नाच सकता है| वह बहुत सारे तमाशे के लिए तबला के साथ बहुत तेज़ नाच रहा था| मैं कुछ और कथक देखना चाहती हूँ लेकिन मुझे नहीं मालूम कि अमरीका में कहाँ देख सकती हूँ

मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच


मुझे नाचना नहीं अाता है, लेकिन मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच रास है। रास मेरा मनपसंद लोक नाच है क्यों कि मेरे बचपन में, मैं ने बहुत रास नाच देखा तो इस लिये रास मुझे सब से अच्छा लगता है। अौर जब मैं युनिवर्सिटी अाफ़ मिशीगन। में अाया, मैं ने डंडिया धमाका सहयोग दिया। डंडिया धमाका एक बहुत बड़ा रास काम्पटिशन है अौर यह युनिवर्सिटी में है, जनवरी के अंत में। । पिछले साल मैं एक लियेसान था, अौर डंडिया धमाका में मैं ने टीम अौर बोर्ड के साथ काम किया। डंडिया धमाका हमेशा शनिवार में है, लेकिन मेरा काम शुक्रवार शुरू हुअा। शुक्रवार मैं ने बहुत काम किया, अौर मैं रात को एक ब्लैक जैक मेज़ पर खेला। शनिवार को मैं ने थिएटर में बोर्ड की मदद की। सप्ताहांत में मुझे कुछ फुर्सत नहीं था। यह सप्ताहांत बहुत पागल था, लेकिन मुझे बहुत अच्छा लगा। तो जब बोर्ड एपलिकेशन अाया, मैं ने अपलाई किया अौर यह साल, मैं बोर्ड पर था। मैं लगस्टिक्स था, तो इस साल में मैं पिछले सप्ताहांत के लिये मैं ने सब लोग बोर्ड को काम दिया। यह काम बहुत बड़ा है, क्यों कि सिर्फ मुझे सब लोग की अनुसूची मालूम है। सब लोग की अनुसूची बनाने के लिये मैं ने बहुत समय पर काम किया, अौर मैं बहुत परेशान था, जनवरी में। अौर बोर्ड में मेरी परिवार थी, तो मैं बहुत परेशान था। एक हफ्ते डंडिया धमाका से पहले, हम हर दिन मिल गये, अौर मैं अगुअा था, क्यों कि मुझे सब मालूम था। बोर्ड में मैं सब से छोट्टा हूँ, अौर इस लिये वह हफ्ता बहुत मुश्किल था। लेकिन सब ठीक था, अौर इस पिछले सप्ताहांत बहुत अच्छा हुअा! सप्ताहांत मेरी अवाज़ गयी, लेकिन मुझे बहुत मज़ा अाई। लेकिन डंडिया धमाका के बाद, मैं बहुत बीमार हूँ, अौर मेरी अवाज़ अब नहीं अाती है।

मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच

भारत एक ऐसा देश है, जो कई तरह की भाषाओ और लोक नृत्य और संस्कृतियो से भरा हुआ है. भारत के हर एक राज्य में उसकी अपनी भाषा और संस्कृति और लोक नृत्य है. मै भारत के गुजरात राज्य से हु, और उस राज्य का प्रसिद्द लोक नृत्य गरबा-रास है, जो मुझे बहुत ही पसंद है. यह लोक नृत्य हर साल दिवाली शरू होने के पहले किया जाता है. दुर्गा माता का त्योहार जो गुजरात में पुरे नौ दिन के लिए मनाया जाता है. हर रात को परिवार के सभी सदस्य और समाज और शहर के लोग मिलकर इस त्योहार को नाच गाकर बड़े आनद से मनाते है. मेरी माता को भी रास-गरबा लोक नृत्य बहुत ही पसंद है. यहा अमेरिका में यह त्योहार हम लोग केवल चार दिन मनाते है, केवल वीकेंड्स में शनिवार और रविवार को, और हम सभी को उसमे नाच कर बहुत मजा आता है. हम सभी इस नृत्य के लिए विषेष पोशाक पहनते है. रास करने लिए एक विषेष प्रकार के लकड़ी के दो डंडिया होती है. फिर विषेष संगीत जो दुर्गा माता के लिए बनाया जाता, उस पर सभी झूम झूम कर यह लोक नृत्य करते है. मै यहा युनिवेर्सिटी में भी इस लोक नृत्य की एक टीम में रहा हू. यह टीम अमेरिका के सभी राज्यों की टीम के साथ प्रतियोगीता करती है. पिछले हफ्ते ही यहा मेरी युनिवेर्सिटी में प्रतियोगीता थी और हमारी (मिशिगन रास टीम) ने बहुत ही कड़ी मेहनत की थी , अब हम दुसरे राज्य में आगे की प्रतियोगीता में जाने वाले है. मुझे भारत का दूसरा प्रसिद्द लोक नृत्य भांगड़ा भी बहुत पसंद है. मै शादियों में और पार्टयो में भांगड़ा बहुत करता हू .

मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच

मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच भंगरा है . लेकिन मैं बहुत भारतीय नाचें पसंद करता हूँ . जब मैं सिर्फ छे साल का था तब मेरे माता पिता एक नाचने का क्लास में डाले थे . जब मेरी माँ छोटी थी तब वह भारत में बहुत नाचती थी . मेरी माँ का शोक नाचना भी है . वह भारत में एक गुजराती फिल्म में भी थी और वह बहुत नाटक में भी थी . इस लिए, मेरी माँ कि तरह से मुझे नाचने का शोक बहुत है . जब मैं छे साल का था, तब मैं नाचने का क्लास में था और हम हिंदुस्तान कि सारे लोक नाच सीखते थे . हम भारत नाटयम, गरबा, भंगरा, और कुछ और लोक नाच सीखते थे . मेरे क्लास में बहुत लोग थे. छोटे बच्चे और बड़े लोग भी थे . जब मैं बार साल का था, तब मेरा भंगरा का शोक उगा . भंगरा एक लोक नाच है भारत से . भंगरा पुनजब कि प्रदेश से आता है . लोग भंगरा नाचते है जब हार्वेस्ट होते है . भंगरा एक बहुत धूम धाम का नाच है . पार्टियों में लोग बहुत भंगरा करते है . जब मैं हाई स्कूल में था, तब मेरा मिशिगन भंगरा टीम का शोक बढ़ गया . मेरा एक रिश्तेदार उस टीम पर थी, इस लिए मेरा दिलचस्पी उस टीम के लिए बढ़ी . भंगरा बहुत अनुग्रह और शक्ति से प्रदर्शन होता है . इस नाच आमतौर पर शादियों और मेले में प्रयोग किया जाता है . जब मैं यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिशिगन में आया, तब मैं मिशिगन भंगरा टीम के लिए आडिशन कि और अब मैं उस टीम पर हूँ. भंगरा मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच है!

विधि का मन पसंद लोक नाच

मेरा मन पसंद लोक नाच भंगरा है. बचपन से मै हमेशा देखती थी जब शादिय पर सब लौग पंजाबी गाने सुनकर नाचते थे. मुझे नाचने का बहुत शौक है लेकिन मुझे भंगरा आती नहीं थी. भंगरा सीखना काफी मुश्किल काम लगता था तो मेने सीखने कि कोशिश नहीं कि. मगर जब भी मै भंगरा देखती थी मै बहुत खुश होती थी.

उनिवेर्सित्य ऑफ़ मिचिगन मै हर साल एक लोक नाच का शो होता है. मेरे पहले साल से, मै हमेशा चहाती थी के मै भंगरा कर पाऊँगी. पहले दो साल मुझे भंगरा नहीं मिला, लेकिन मुझे फिर भी बहुत मज़ा आया. मैने दुसरे भर्तियाँ नाच सीखे और वोह भी मुझे बहुत अच्छा लगा. भारत नाट्यम बहुत सुंदर नाच है लेकिन मैरे लिए ये सीखना बहुत मुश्किल था. मेरी सहेली बचपन से भारत नाट्यम और कत्थक सीख रहे थे, और मुझे यह नाच तीन महीने मै सीखना पड़ा! मुझे यह बिलकुल पसंद नहीं था मगर मुझे बहुत अच्छी नयी सहेलियां मिली.

इस साल मुझे भंगरा मिला. मै बहुत खुश थी कि मै भंगरा सीखा पाउंगी और फिर पांच हज़ार लौग के सामने एक पूरा नाच कर पाऊँगी. पहले मै भंगरा सीखना बहुत मुश्किल था और मेरे टांगो मै बहुत दर्द होती थी. रूशी हमारा एक चोरेओग्रफेर था और वह हमसे बहुत काम करवाता था. पहले हफ्ते मे मैने सोंचा कि मै यह नाच नहीं कर पाती लेकिन मैने बहुत महनत कि और पुरे तीन महीने के लिए भंगरा सीखा. जब हमने स्तागे पर परफोर्म किया, मुझे बहुत मज़ा आया और मै बहुत खुश थी कि मुझे भंगरा करने का मौका मिला. 

मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच

मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच
मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच एक नहीं हे. में कई भारतीय लोक नाच प्रशंसा करता हूँ. में भंगरा, 'क्लास्सिकल' , और नया 'बॉलीवुड' का नाच प्रशंसा करता हूँ. में भंगरा को प्रशंसा करता हूँ क्यों की यह मेरे लोगों का नाच है. भांगड़ा पंजाब में शुरू हुई, सिख लोग इस नृत्य शुरू की, गांव में. दोनों लड़कों और लड़कियों भांगड़ा करते हैं. भांगड़ा कपड़े बहुत अच्छा है. भांगड़ा कपड़े बहुत रंगीन और मज़ा है. भांगड़ा लोक 'द्रुम' ढोल और ढोलकी का उपयोग करता है. लड़कों चादर और कुरता पहनते है, लड़के भी पगड़ी पहनते हे. लड़कियों सलवार कमीज़ और चुन्नी पहनते है. भांगड़ा गीत हमेशा पंजाबी भाषा में गाया. कई सरे भंगरा गाने पंजाबी 'परिदे' के बारे में है. भंगरा गाने में बहुत गीत और शोर है. ये शोर 'इंस्ट्रुमेंट्स' या लोगों का आवाज़ है. अमेरिका और यूरोपे में बहुत सरे भंगरा कोम्पेतितिओन्स होती है. हाई स्चूल्स और कोल्लेगेस में इन भंगरा कोम्पेतितिओन्स का पोपुलारिटी ज्यादा पर रही है, क्यों की अमेरिका और यूरोपे में बहुत सरे पंजाबी लोगों है, और भंगरा गाने बहुत अच्हे है. भांगड़ा एक आदमी की नाच शुरू हुई, लेकिन आब लड़कियों को भी भांगड़ा करते हैं. मलकीत सिंह एक बहुत बड़ी भंगरा गायक है. वह अपनी आवाज के लिए मशहूर है. कई भांगड़ा गायक हैं लेकिन मलकीत सिंह सब से अच्छा और मशहूर है.

मेरा मनपसंद भारतिए नाच

मेरा मनपसंद भारतिए नाच भारत नाटयम है। जब मैं सिर्फ पांच साल की थी तब मेरी माँ ने मुझे एक भारत नाटयम क्लास में डाली। पहले मुझे बिलकुल पसंद नहीं थी लेकिन मेरी माँ ने कहा कि मुझे क्लास मैं रहना है। कई साल बाद मुझे भारत नाटयम बहुत पसंद था। भारत नाटयम एक बहुत सुन्दर नाच है। भारत नाटयम बहुत मुश्किल भी है लेकिन बहुत मज़ेदार है। कई लोग भारत नाटयम को पसंद नहीं है क्यों कि वे उस को नहीं समझते है और बोरिंग लगता है लेकिन कई लोग भारत नाटयम को बहुत पसंद है। जब मैं सत्रह साल कि थी मैं ने अपना अरंगेत्रम किया था। वह होता है जब कोई सारा ट्रेनिंग ख़त्म करता है। कई लोग अरंगेत्रम नहीं करते हैं। जब मैं कॉलेज आयी थी बहुत वक्त नहीं था भारत नाटयम के लिए। लेकिन मैं ने कई और नाच कि थी। एक और नाच जो मुझे पसंद भंगरा है। भंगरा बहुत मज़ेदार है। भंगरा में गाने बहुत तेज होते हैं। इस साल एक बड़ा शो में काम्पुस पर मैं और मेरे दोस्त भंगरा में थे। हम को बहुत मज़ा आया क्यों कि गाने बहुत मज़ेदार थे और हम सात थे। मेरा परिवार पंजाब से है और भंगरा भी पंजाब से है। भंगरा देखने में बहुत मज़ा भी आता है। हमारे काम्पुस पर दो भंगरा के टीम्स हैं। मेरी सहेली एक भंगरा टीम में है। वह कहती है कि बहुत मज़ेदार है। मैं भी एक टीम में हूँ लेकिन भंगरा टीम नहीं है। मेरी टीम भारत नाटयम, भंगरा, और अमरीकन नाच कि है। मैं यह टीम पर हूँ और भंगरा पर नहीं क्योंकि मेरा टीम दोनों नाच करता है।

भारतीय नृत्य

नाच भारतीय संस्कृति का एक बड़ा हिस्सा है | भारतीय नृत्य बहुत सुन्दर है | भारतीय नृत्य बहुत कठिन है और जो लोग कर सकते है वे बहुत प्रतिभाशाली है | मेरे दो मनपसंद भारतीय लोक नाच रास और भांगड़ा है | रास नाच गुजरात से है और भंगरा नाच पुनजब से है | दोनों नाच बहुत शक्तिशाली है और रास और भांगड़ा करने के लिए आप को बहुत दम होना चाहिए | बचपन से में गरबा और रास कर रही हूँ | रास मुझे बहुत पसंद है एंड यहाँ मैं एक संस्था में हूँ | यह संस्था हर साल एक प्रतियोगिता को मेजबान करती है | या प्रतियोगिता को हम डंडिया धमाका कहते है | इस संस्था का एक हिस्सा होने के नाते मुझे बहुत मजा आया | इस प्रतियोगिता में दस टीमें आते हैं और तीन टीमें जीतते है | और पिछले साल में IASA शो में थी और इस में मैं ने रास की नाच कि | रास में बहुत मजा आया और अच्छे दोस्त भी मिल गये | मैं गरबा और रास बहुत अच्छी तरह से कर सकती हूँ और बचपन से लेके आज तक कर रही हूँ | मुझे कोई ने नहीं सिखाये | मैं ने सिर्फ सब लोगो को देखकर सिख लिया था बचपन मैं | अब मैं मेरे छोटे चचेरे भाई और बहन को सीखती हूँ | मुझे भांगड़ा पसंद है क्यों कि यह नाच बहुत मुश्किल है और मुझे बहुत अच्छा लगता है | मुझे भांगड़ा अच्छी तरह से नहीं आती है लेकिन मैं बहुत बुरी नहीं हूँ | मैं भांगड़ा सीखना चाहती हूँ और एक दिन मैं यह नाच अच्छी तरह से करना चाहती हूँ |

mera manpasand bharatiye nach

मेरे मन पसंद भारतीये नाच भारत नाटयम और भंगरा हैं. आप सोचरे होगे कि भारत नाटयम और भंगरा में समानता क्या है? सच कहू तोह इन दो नाच में बस एक ही समानता है: कि में इन दोनों को बचपन से कर रही हूँ. जब में दस साल कि थी मैंने भारत नाटयम क्लास्सेस लेना शुरू करी. मेरी शिक्षक का नाम है चौला थककर. चौला आंटी ने मुझे बस नाच के बारे में नहीं लेकिन ज़िन्दगी के बारे में भी बहुत कुछ सिखाया है. भारत नाटयम सीखना आसन नहीं है. इस इस्थिहसिक नाच सीखना बहुत मुश्किल काम है और मेरी गुरु हमे बहुत पतिएंस के साथ सिखाया. भारत नाटयम में लोग सरे अंग के उपयोग होता है. आप हाथो से कहानी बता रहे हैं और पारो से संगीत कि ताल रख रहे हैं. भारत नाटयम भारत में बहुत सालों पहले शुरू हुई थी. आब में आपको भंगरा के बारे में बताऊंगी. में यहाँ उनिवेर्सित्य ऑफ़ मिचिगन में भंगरा टीम पर हूँ. भंगरा एक बहुत शखिशाली नाच हैं. यह नाच पुनजब से आई हैं और पहले सिर्फ मर्द इस नाच करते थे. अब दोनों मर्द और औरतें यह नाच करते हैं. भंगरा करने में बहुत मज़ा आता है. भंगरा में लोग खुदे बहुत हैं और उनके चेरों पर मुस्कराहुत हमेशा होती हैं. भंगरा में भी सरे अंगो के उपयोग होता है. भंगरा और भारत नाटयम बहुत मज़े दर नाच है. हर एक नाच अपनी ही उद्देश्य है. एक नाच कहानी बताता है और एक नाच पार्टी में करने का मज़ा आता है.

मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच

मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच भंगरा है। मैं नहीं अच्छा नर्तकी हूँ लेकिन मुझे अन्य लोग देखने बहुत पसंद है। शादियों में हमेशा मैं नाचती है यद्यपि मैं बहुत बुरा नर्तकी हूँ! मेरा माशियों और मामे कई नाचे जानते हैं। वे बंगाली नाच जानते हैं और वे गुजराती और पंजाबी नाच जानते है। वे बहुत मज़ा हैं जब वे नाचते हैं। मैं भांगरा नहीं जानती हूँ लेकिन जब शादी में पंजाबी संगीत शुरू होती मैं हमेशा नाचने शुरू करती हूँ।

मुझे भंगरा बहुत पसंद है क्योंकि संगीत बहुत शक्तिशाली है। वह उन को बहुत आसान नाचते है क्योंकि संगीत का हरा बहुत मजबूत है। भंगरा पंजाब से है। भंगरा फसल मौसम में नाचते थे। लोग नाचते थे क्योंकि उनको मौसम मनाने चाहिए। भंगरा एक खेती नचा है। पंजाबी संगीत में ढोल, इकतार और तुम्बी है। अब भंगरा एक नाचा और भी एक संगीत का टाइप है. अब भंगरा बहुत लौकिक अमेरिका और उनितेद किन्ग्दोम में है. अब लोग पंजाबी और वेस्टर्न संगीत मिलते हैं और भंगरा और लोग वेस्टर्न नाच भी मिलते हैं।

भंगरा एक आदमी का नचा था। औरत नहीं भंगरा नाचती थी। अब दोनों औरत और आदमी भंगरा नाचते हैं। जब आदमी भंगरा नाचते, वे एक कुरता पहनते हैं। अगर वह सिख है तो वह एक पगड़ी पहनता है। आदमी एक सलवार और चुन्नी पहनती है। उनके कपड़े बहुत उज्ज्वल और सुंदार हैं। भंगरा नाच लोक है लेकिन अब लोकप्रिय और आधुनिका भी है।

मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच

भारत में बहुत सारे तरह की नाच है। सारे नाचे बहुत सुन्दर है लेकिन बहुत मुश्किल है। मेरे परिवार में बहुत सारे नाचने वाले लोग है। मेरी मौसी की जवानी में वह बहुत सारे प्रतियोगिताओं जीती। उसने सात साल के लिए कत्थक सीकी। उसने फ़िल्मी नाच भी किया लेकिन कत्थक उसका मनपसंद नाच था। मेरी दीदी भी नाचती है। वह मेरी मौसी से ज्यादा नाचती है। वह कत्थक, भंगरा, रास, और बॉलीवुड के स्टाइल में नाचने आती है। जब मेरी दीदी, शर्मीला, पाच साल के थी, उसने कत्थक सीखना शुरू किया। क्योंकि मैं बहुत छोटा था, और उसकी कत्थक शिक्षक बहुत दूर रहेती थी, मैं हमेशा मेरी दीदी के साथ प्रक्टिस जाता था। मेरी दीदी के सारे प्रदर्शन में मैं पहेला रो में बेटा है। जब हम दोनों छोटे थे, हम एक दुसरे के साथ हिंदी गाने पर नाचते थे। जब मेरी दीदी कोल्लेगे गयी, थो फिर उसने भंगरा टीम का भाग लिया। अगले साल उसने रास टीम में शामिल किया। मेरी दीदी के वजह से में अब बहुत सारे भारतीय नाच को जानता हूँ।

मेरा मनपसंद भारतीय नाच देखने के लिए बॉलीवुड है। बॉलीवुड गाने बहुत अच्छे है और जब मैं किस्सी को बॉलीवुड नाचने देखा तो मैं बहुत कुश हो जाता हूँ। बॉलीवुड नाच में मुझे उनके एक्ष्प्रेस्सिओन्स बहुत अच्छा लगता है। कभी कुश है, कभी वे दुखी है, और वे हमेशा पागल है। मेरा मनपसन्द भारतीय नाच नाचने के लिया तो भंगरा है। पिछले साल इअसा शो में मैं भंगरा के ग्रुप में था। बह्न्ग्र में बहुत मस्ती और मज़ा है। भंगरा नाचने में बहुत एनेर्ग्य लगता है लेकिन बहुत मजेदार है। जब मैं भंगरा सुनता हूँ, मैं तुरंत अपने खुंधे को हिलाता हूँ

मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच (प्रियांग बक्षी)


मेरा सबसे मनपसंद भारतीय लोक नाच गरबा और रास हैं। गरबा और रास भारत के पश्चिम भाग में सबसे महत्वपूर्ण है। भारत के गुजरात प्रदेश में बहुत सारे लोग गरबा और रास करतें हैं। आम तौर पर लोग गरबा और रास भारत के नवरात्री त्यौहार के नौ दिन के समय करतें हैं। गरबा और रास करतें वक़्त लोग बहुत सुंदर पारंपरिक कपड़े पहनते हैं। औरतें घाघरा चोली और पुरुष कुरता पजामा पहनतें हैं। यह कपड़े तरह-तरह के रंग के होतें हैं। आम तौर पर गरबा और रास शुरू करने से पहले लोग एक बड़े दायरा में खड़े होतें हैं। लोग फिर उस बड़े दायरे में नाचते हैं। मेरा सबसे मनपसंद गरबा का गाना "मुंबई की गाड़ी" है। मुझे दांडियाँ गरबा से ज्यादा पसंद है क्योंकि में हमेशा गरबा के स्टेप भूल जाता हूँ! लोग दांडियाँ लकड़े की स्टीक से खेलतें हैं। आम तौर पर लोग दांडियाँ दो स्टीक्स से खेलतें हैं लेकिन कभी-कभी लोग सिर्फ एक ही स्टीक का इस्तमाल करतें हैं। जब में छोटा था, और मेरा परिवार भारत घुमने के लिए जाता था, तब हम बरोड़ा में अलग-अलग जगह गरबा करने के लिए जाते थें। मैं खुश हूँ की अमेरीका में लोग भारत का नवरात्री त्यौहार मनाते हैं। मिशिगन का गुजरती समाचार हर साल एक गरबा और रास का प्रोग्राम का प्रभंध करता है। मेरा परिवार कभी-कभी यह प्रोग्राम में जाता है परंतु हम हमेशा ट्रॉय के मंदिर में गरबा और पूजा करने के लिए जातें हैं। हम गरबा हमारे रिश्तदारों की शादीयाँ में भी करतें हैं। मैं हर साल ऐन आर्बर के दांडियाँ धमाका प्रोग्राम में जाता हूँ!

मेरा मनपसंद भारतीय लोक नृत्य

मेरा मनपसंद भारतीय लोक नृत्य रास है. रास एक गुजुरती लोक नाच है लेकिन सब लोग रास नाच सकते है. नाच बहुत अच्छा है. संगीत भी मज़ा. रास कोई बहुत कोम्पेतितिओन्स है. लोक नाच डांडिया है. रास वेशभूषा बहुत सुंदर हैं. वे बहुत रंगीन और चमकदार हैं.सब जगह लोग रास करना अमेरिका में कॉलेज में रास कोम्पेतितिओन्स बहुत बड़ा है. डंडिया धमाका एक बड़ा कोम्पेतितिओन है उनिवेर्सित्य ऑफ़ मिचिगन में . यह साल डंडिया धमाका का दस साल कोम्पेतितिओन था. अमेरिका में डंडिया धमाका सब से पुराना कोम्पेतितिओन है. यह साल मैं एक बोर्ड लिअसों थी. सप्ताहांत मज़ा आ गया. सारे देश के लोग डंडिया धमाका आया. कोम्पेतितिओन बहुत सफल है. यह साल रुत्गेर्स उनिवेर्सित्य पहले स्थान पर था,मिशिगन दूसरे स्थान पर था, और मिशिगन स्टेट तीसरे स्थान पर था. वहाँ टेक्सास, न्यू जर्सी,और शिकागो से अधिक टीमों थे. उनिवेर्सित्य ऑफ़ मिचिगन में इअसा रास भी बहुत मज़ा है. मैं इअसा रास में नहीं था. इअसा रास बहुत अच नहीं है क्योंकि कुछ लोग नाच नहीं है . इअसा रास कोम्पेतिओं नहीं है. इअसा रास बहुत मज़ा है एंड दोस्त मिलना है. रास नृत्य तेज है और कई स्टंट है. रास में, लोगों डंडिया त्विर्ल और स्तुत्टर जाना है. रास कोम्पेतितिओन्स बहुत थका रहे था. वे सारा दिन रिहर्सल है. रास के लिए तैयार हो रही एक लंबा समय है. लोगों को पानी की बहुत जरूरत है. रास बहुत मजा देखना है. कुछ समय बाद, यह बोरिंग है. डंडिया धमाका में दस टेंस कोम्पेतितिओन थी.तीन घंटे के बाद मैं थक गया था.