भारत में दृग्स एक बड़ी समस्या हैं. लाखो भारतीये लोग शराब, भांग, और ओपिअतेस से निर्भर है. यह बड़ी ख़राब बात है. ५२.५ लाख लोग शराब पिटे है. ८.७५ लाख लोग भांग का उपयोग करते है. दो लाख लोग ओपिअतेस लेते है. १७ परसेंट के लोग दृग्स से देपेंदेत्न है. इस लोगो को अत्यावश्यक मदद चाहिए. लोगो की स्वास्थ्य भी बहुत ख़राब हो जाती है. दृग्स से बहुत रोगों भी होते है. फेफड़ों का कैंसर, दिल की बीमारी, दंत रोग, और अवसाद होते है. इस लिए ये लोगो को उपचार सेण्टर को जाना चाहिए. भारत में, बहुत उपचार सेंटर्स नहीं है. सरकार को ज्यादा उपचार सेंटर्स खोलने चाहिए.
भारत में नशीले पदार्थों की तस्करी भी होती है. यह होता है क्यों की भारत छे ओपियम प्रोदुसिंग देसों के बिच में है: पाकिस्तान, अघनिस्तान, इरान, बर्मा, थाईलैंड, और लोस. भारत दुनिया के सबसा बड़ा ओपियम प्रोदुसिंग देश है. नशीली दवाओं के तस्कर दृग्स अंतरराष्ट्रीय बाज़ार मैं बचेते है और बहुत पैसे कमाते हैं. मुंबई दृग्स के लिए एक बड़ा वितरण सेण्टर है. सार्वजनिक परिवहन और निजी परिवहन , दृग्स को दिस्त्रिबुते करने के लिए उपयोग होते हैं.
दृग्स के लेकिन अपराध रेट भी बढता है. दृग्स के लेकिन बहुत खून और चोरी होती है. दृग्स के लेकिन परिवार में झगड़े भी होते है. समाज में सम्मान भी कम होता है. दृग्स बहुत मेहेंगे भी होते है. इस लिए कुछ लोग दृग्स लेकर गरीब हो जाते है. जो लोग दृग्स काम पर करते है, उस लोगो को नौकरी से बहार निकला जाता है.
दृग्स को कम करने के लिए सर्कार ने बहुत कौशिश की है. जून २६, मेरी बर्थडे, दृग अवारनेस दिन है. इस दिन दृगस का दुरुपयोग और तस्करी बंद करने का दिन है. यह एक अंतर्राष्ट्रीय दिन है.
भारत में नशीले पदार्थों की तस्करी भी होती है. यह होता है क्यों की भारत छे ओपियम प्रोदुसिंग देसों के बिच में है: पाकिस्तान, अघनिस्तान, इरान, बर्मा, थाईलैंड, और लोस. भारत दुनिया के सबसा बड़ा ओपियम प्रोदुसिंग देश है. नशीली दवाओं के तस्कर दृग्स अंतरराष्ट्रीय बाज़ार मैं बचेते है और बहुत पैसे कमाते हैं. मुंबई दृग्स के लिए एक बड़ा वितरण सेण्टर है. सार्वजनिक परिवहन और निजी परिवहन , दृग्स को दिस्त्रिबुते करने के लिए उपयोग होते हैं.
दृग्स के लेकिन अपराध रेट भी बढता है. दृग्स के लेकिन बहुत खून और चोरी होती है. दृग्स के लेकिन परिवार में झगड़े भी होते है. समाज में सम्मान भी कम होता है. दृग्स बहुत मेहेंगे भी होते है. इस लिए कुछ लोग दृग्स लेकर गरीब हो जाते है. जो लोग दृग्स काम पर करते है, उस लोगो को नौकरी से बहार निकला जाता है.
दृग्स को कम करने के लिए सर्कार ने बहुत कौशिश की है. जून २६, मेरी बर्थडे, दृग अवारनेस दिन है. इस दिन दृगस का दुरुपयोग और तस्करी बंद करने का दिन है. यह एक अंतर्राष्ट्रीय दिन है.
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