दहेज़ एक प्रकार का भुगतान होता है, जो शादी पक्की करने से पहले दे जाती है. लड़की वालो अपनी दुल्हन को विदा करतें हैं और उसके साथ पैसे, सोना, और और भी प्रकार के महेंगे चीज़े देते हैं. ये लड़की वालो के लिए बहुत बड़ा बोझ होता हैं. दहेज़ की वजह लड़कियों को बोझ मन जाता हैं और सब लोग चाहतें हैं की घर में जब वंशज पैदा हो, तो वह सिर्फ लड़का हो, लड़की नहीं. इस लिए औरतों को बहुत सहना पड़ता हैं, और सोसाइटी में औरत मर्दों से कम देखा जाता हैं. दहेज़ की वजह से काफी औरतों की जान भी गयी हैं, मारा मरी मैं. दहेज़ को १८६१ में भारत के सर्कार ने मना किया था, लेकिन अभी भी कोई लोग दहेज़ के चक्कर में शामिल हो जातें हैं, कानून के खिलाफ.
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