Wednesday, 11 April 2012

भारतीय गरीबी

भारत में लोगों के चालीस प्रतिशत गरीबी रेखा के नीचे हैं. गरीबी के लिए मुख्य कारणों धन असमानता है. हालांकि भारत तेजी से विकसित कर रहा है, यह भी उतना ही नहीं है. शहर गांवों से और अधिक जल्दी से विकसित होते हैं. एक परिणाम के रूप, जबकि गांव बढ़ रहे हैं, वे अपेक्षाकृत गरीब हो रही है. यह एक बड़ी समस्या है. तथापि, अगले पांच वर्षों में, बहुत लोग भारत में गरीबी से बाहर आ जाएंगे. वह विकास के मरे है. इसके अलावा और इस की वजह से भूख भी बहुत मुसीबत है. कई लोगों को नहीं बर्दाश्त कर सकते हैं. इस की वजह से वे कुपोषित हो जाते हैं. तो कुपोषित की वजह से लोग बहुत काम नहीं कर सकते हैं. इसी तरह से एक दुष्चक्र पैदा होता है. इसके अलावा, वहाँ कई अन्य समस्याओं गरीबी की वजह से हैं. एक ऐसी समस्या है निरक्षरता है. जब एक परिवार इतना पैसा नहीं है, अपने बच्चों को स्कूल भेजनेइ बहुत मुश्किल हो जाता है. स्कूल नहीं जाने की वजह से , इन बच्चों के कई अवसर प्राप्त नहीं है. कुपोषण की तरह, यह भी एक दुष्चक्र बन जाता है. जबकि यह सब होने वाली है, कुछ लोग हैं जो मदद करना चाहते हैं. विदेशी सहायता के रूप में कई लोगों को पैसे भेजते हैं. तथापि, यह एक प्रमुख भ्रष्टाचार के कारण समस्या है. वहाँ एक बड़ा काला बाजार है. इसका मतलब है कि लोग अपने पैसे अवैध रूप से पकड़ते हैं. यह काला धन कहा जाता है. यह पैसा नहीं लगाया जा सकता है. और यह अधिक भ्रष्टाचार का कारण बनता है. हो सकता है हम अपने आप से पूछना क्या करने के लिए आवश्यक है. मेरी प्रतिक्रिया है कि इस समस्या को हल करने के लिए हम पहली बार भ्रष्टाचार को हल करना चाहिए.

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