भारत में कई रोग होते है । कुछ रोगों का इलाज हो सकता है और कुछ रोगों का नहीं हो सकता है । कई बार लोगों के पास पैसे नहीं होते है हॉस्पिटल जाकर अपना इलाज करने के लिए । यह सोचकर मैं उदास हो जाती हूँ । इस के बारे में क्या किया जा रहा है ? अभी तो बहुत कुछ नहीं हो रहा है क्योंकि गरीब लोगों के पास पैसे नहीं होते है । भारत के नेताओं बहुत कुछ नहीं कर रहें हैं । भारत में कई रोग होते है जैसे कि एड्स, मलेरिया, और देंगुए फेवर ।
रोगों के कई कारण होते है । एड्स बहुत तरीकें से फेल सकता है । कई सालों से यह रोग भारत में फेल रहा है । यह बहुत संक्रामक रोग है । यह खून से फेल सकता है । कभी-कभी माँ अपने बच्चे को दे सकती है जब वो बच्चे को जनम देती है । लोग एड्स को ख़तम करने के लिए दवाई ढूँढ़ रहे है । यह एक बहुत खतरनाक रोग है और इस को कम करने के लिए लोगों को इस के बारे में ज्यादा पता होना चाहिए ।
रोगों के कई कारण होते है । एड्स बहुत तरीकें से फेल सकता है । कई सालों से यह रोग भारत में फेल रहा है । यह बहुत संक्रामक रोग है । यह खून से फेल सकता है । कभी-कभी माँ अपने बच्चे को दे सकती है जब वो बच्चे को जनम देती है । लोग एड्स को ख़तम करने के लिए दवाई ढूँढ़ रहे है । यह एक बहुत खतरनाक रोग है और इस को कम करने के लिए लोगों को इस के बारे में ज्यादा पता होना चाहिए ।
मलेरिया एक दूसरा रोग है जो भारत में मिलता है । काम करतें हुए लोगों को रोगों से बहुत परेशानी होती है क्योंकि वे पैसे नहीं कमा सकतें है । यह रोग मच्छर के द्वारे फेलता जा रहा है । इस के लिए दवाई होती है लेकिन फिर भी कुछ लोग मारतें है इस के कारण । इस रोग को कम करने के लिए मच्छर की आबादी कम करनी चाहिए ।
आज कल मैं ने देंगुए फेवर के बारे में बहुत सुनना है । यह रोग भारत में कई जगह पर होता है । यह शेर में भी मिलता है । यह रोग भी मच्छर के कारण होता है । मछार लोगों को काटकर एक विरुस देता है । यह विरुस लोगों को रोग देता है । यह बहुत बुरी बात है । अब के लिए इस रोग के लिए कोई दवाई नहीं है ।
इन रोगों को कम करने के लिए हम बहुत कुछ कर सकतें है । पहली बात यह है कि शिक्षा बहुत ज़रूरी है । अगर लोग इन रोगों के कारण जानते है तो रोग कम हो सकतें है । एड्स के लिए कोई दवाई नहीं है तो शिक्षा ही इस को कम कर सकती है अब के लिए । मलेरिया और देंगुए फेवर को कम करने के लिए मच्छर की आबादी कम करनी पड़ेगी मच्छर की दवाई के साथ । मैं उमीद करती हूँ कि यह रोग कम होगें ।
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