Monday, 9 April 2012

भ्रष्टचार

भारत में भ्रष्टचार एक बहुत ही बड़ा समस्या हैं.  भारत में लोग सरकारी से असंतुष्ट है क्यों की उन को भारत की हालत तीख करवानी है, लेकिन लोग नहीं मानते है की रिश्वत देने में भारत दूसरी देशों से पीछे हो जाती हैं.  इस लिए, अगर भारत भ्रष्टचार को खतम कर सकती हैं, तो भारत की सरकारी इज्ज़त से देखि जायगी.

 करीब ९५ प्रतिशत के राजनेताओं, पुलिस, और न्यायाधीशों रिश्वत ले रहे है. जनता में करीब ५५ प्रतिशत रिश्वत कम से कम एक बार दिए है.  अगर रिश्वत देना इतना साधारण है, तो जिन लोग के पास पैसा नहीं है, वे क्या करेंगे? अगर भारत पेसे के भीटर काम चलवाती है, तो सिर्फ अमीर लोग को सुविधा मिलेगी. 


कह सकते है की भ्रष्टचार भारत को बदने में नहीं रोक रहा है, लेकिन लोग को सोचना है की भारत एक और भी अच्छा देश बन पाटा भ्रष्टचार के बिना. भ्रष्टचार सब के लिए कीमत बढाती है - भारत के लोग के लिए और दुसरे देशों जिसके के साथ भारत व्यापार कर रही हैं.  भ्रस्थ्चार की वजह से भारत की शेयर बाजार सब से ख़राब थी (मुसलमानों देशों को छोड़कर).  

भारत की सरकार कुछ कर रही है, जैसे अन्दिमुत्हू रजा, कैबिनेट मंत्री, जो २ जी टेलीकॉम लाइसेंस का निरीक्षण, गिरफ्तार किया गया. महारास्त्र का मुख्यमंत्री निकाल दिया गया क्यों कि वह एक संपत्ति घोटाले में था. लेकिन भारत को और कुछ करना परेगा, और लोगों की पुर्वग्रह बदलनी परेगी. 




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