Wednesday 3 February 2010

मेरा मनपसंद लोक नाच (सतिश मोहन)

मेरा बचपन से मुझे नाचने बहुत पसंद है. मैं ने बॉलीवुड में अभिनेते, स्कूल में दोस्ते, और शो में नर्त्किये सब लोग देखाता था. उन लोग देखकर मैं सोचता था, "मैं भी उन की तरह नाचूँगा." दीरे दीरे, मैं और मेरा ने भाई भरतनाट्यम और अमेरिका का नाचना सीखे. हम ने बहुत मेला और समारोह में नाचे. लेकिन, नाचना सीखना का बात आसान नहीं है. हर दिन, स्कूल के बाद, हमारे माँ ने मैं और मेरा भाई से नचवाते थे. हम ने हमेशा अगर मगर करता थे. लेकिन, अब हम दोनों हमारे माता-पिता को बहुत आभार देते हैं.

मैं ने बहुत नृत्य देखा और नचा था, लेकिन मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच गाँव का मेला का नाच है. यह मुझे अच्छा लगता है क्योंकि सब लोग बहुत खुश होता हैं. कोई नहीं आलोचती; सब ख़ुशी और संतुष्ट होते हैं. जब भी एक परिवार में बच्चा पैदा होता है, तब पूरा गाँव मनाते हैं. गाँव का नाचने वालियां बहुत रंग का कपडे पहनते हैं और नाचकर, गाते हैं. गाँव का नाच में बहुत नियम नहीं हैं, तो सब लोग नाच सकता हैं.

जब मैं भारत में कम करता हूँ, तब गाँव का नाचने चाहता हूँ.

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