मेरा मनपसंद भारीतय लोक नाच है गरबा-रास। जब से मै छोटा था मेरे माता-पिटा उनके दोस्तों के साथ गरबा-रास खेलते थे। मै सात साल का था जब मेरी माँ ने मुझे रास सिखाया। कभी कभी मै बड़ो के साथ खेलता था लेकिन मेरे सब दोस्त बहार फुटबाँल खेलते थे। इस लिए बचपन मे मैने गरबा-रास मे ज्यादा ध्यान नहीं दिया।
जब मै बड़ा हो गया मै गरबा-रास तो भूल ही गया। लेकिन काँलेज मे मेरे दोस्तों को गरबा-रास बहुत पसंद था और उन्होंने मुझ को फिर से सिखाया। काँलेज के दुसरे वर्ष मे मैने भारतीय शो के लिए गरबा-रास मे भाग लिया। काँलेज के तीसरे वर्ष मे मै और मेरे सब दोस्त मिशिगन की रास टीम मे शामिल होने की कोशिश की। मेरे सभी दोस्तों टीम मे शामिल हो गए, लेकिन मै नहीं चुना गया। डांडिया धमाका के एक दिन पहले मेरा दोस्त विक्रम बहुत बीमार हो गया। उसने मुझे पुचा के 'क्या मै उनकी जगह ले सकता हूँ?' मैने डांडिया धमाका मे हिस्सा लिया और हमारी टीम डांडिया धमाका जीत गयी। आगले साल भी हम जीते। अब हम सब रास खिलाडियो पुराने हो गए है और अब हम सिर्फ दोस्तों की शादीयो मे गरबा-रास खेलते है।
Thursday, 11 February 2010
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