अगर मैं किसी स्मारक या विख्यात जगह को देखने जाऊं तो शायद मैं पोताला महल जाऊं. पोताला महल चीन के दक्षिण तिबेटी प्रांत में ल्हासा में स्थित है. पोताला महल का निर्माण पांचवां दलाई लामा से १६४५ में शुरू हुआ क्योंकि अपने सलाहकार सोचते थे कि ल्हासा अच्छी जगह सरकारी केंद्र के लिए थी. महल ४५ साल के बाद ख़त्म हुआ. पोताला महल मर्पो री, या "लाल पहाड़ी," के शिकार पर बना हुआ तंग राजवंश के दौरान. दुनिया का सबसे ऊँचा प्राचीन महल है. महल के दो हिस्से हैं: लाल महल केंद्र है और सफ़ेद महल दो पंख हैं. सब दलाई लामा वहां महल में रहते थे जब तक चौदहवां दलाई लामा को तिबेट (चीन) से भाग जाना पडा १९५९ के बगावत के बाद. यह बडा महल ल्हासा का पवित्र प्रतिक है और भी एक तिबेटी इतिहास, धर्म, और संस्कृति का खजाना है. पोताला महल के तेरह मंजिल में दस हज़ार मंदिर और कोई सौ दो हज़ार प्रतिमे मिलते हैं. आज पोताला महल संग्रहालय है. दिसम्बर २००४ से ल्हासा का पोताला महल UNESCO की सांस्कृतिक विरासत फेहरिस्त में है.
Sunday 22 January 2012
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment