Saturday 21 January 2012

स्तातुए ऑफ़ लिबर्टी

मैं कई स्मारक देखना चाहती हूँ । हर देश में अच्छे स्मारक होते है । लेकिन एक स्मारक जो मैं देखना चाहती हूँ वह अमेरिका में ही है । यह स्मारक न्यू योर्क में है । इस का नाम स्तातुए ऑफ़ लिबर्टी है । स्तातुए ऑफ़ लिबर्टी एक प्रतिमा है । यह बहुत खूबसूरत है तो मैं इस को देखना चाहती हूँ । शायद मैं गर्मियों की छुट्टियों में वहां जाऊं । स्तातुए ऑफ़ लिबर्टी बहुत बड़ा है । उस का रंग हरा है । स्तातुए ऑफ़ लिबर्टी एक औरत की प्रतिमा है । स्तातुए ऑफ़ लिबर्टी झील के पास नहीं है । वह समुद्र के पास है । शायद वहां ठंड हो समुद्र के वजह से । आप स्तातुए ऑफ़ लिबर्टी के उपर जा सकते हो ।  मैं यह करना चाहती हूँ क्योंकि वहां दृश्य अच्चा होगा । मुझे न्यू योर्क की यात्रा करनी चाहिए । फ्रेडेरिक बर्थोली ने स्तातुए ऑफ़ लिबर्टी को बनाया था और अक्टूबर २८, १८८६ में फ्रांस ने अमेरिका को स्तातुए ऑफ़ लिबर्टी दिया था । स्तातुए ऑफ़ लिबर्टी एक तोफा था । स्तातुए ऑफ़ लिबर्टी के एक  हाथ में एक मशाल है । दुसरे हाथ में एक किताब है । इस किताब पर अमेरिका का स्वतंत्रता दिवस की तारीख लिखी है । यह तारीख जुलाई ४, १७७६ है । यह अमेरिका के लिए एक ख़ुशी का दिन था । टूटी हूई ज़ंजीर उस के पैर के पास है क्योंकि अमेरिका ब्रिटेन से आज़ाद हूआ था । स्तातुए ऑफ़ लिबर्टी को बनाने के लिए बहुत पैसे लगे थे । कभी-कभी लोगों को लगता था कि स्तातुए ऑफ़ लिबर्टी नहीं बनेगी क्योंकि पैसे कम पड़ते थे । फिर भी कैसे भी करके स्तातुए ऑफ़ लिबर्टी बन गयी । यह एक गर्व कि बात है फ्रांस और अमेरिका के लिए क्योंकि फ्रांस ने स्तातुए ऑफ़ लिबर्टी बनायीं थी और अमेरिका के लोग उससे प्यार करता है । अमेरिका के लोग उससे प्यार करते है क्योंकि वोह आज़ादी का प्रतीक है । 

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