मेरी खुश किस्मती है की मुझे बहुत साड़ी जगा घूमने की मौका मिल गयी | इसी तरह मुझे बुर्ज खलीफा जाना है क्योंकि मैं कभी नहीं दुबई गयी हूँ और मुझे दुनिया की सब्सी लम्बी इमारत देखने का मौका चाहिए | यह इमारत आठ सौ अत्तीस मीटर्स लम्बा है, सबसे ऊपर वाला कमरा को पौंचने के लिए आपको सबसे ऊपर चलने वाला एलेवाटर लेना परेगा | मुझे यह इमारत देखना है क्योंकि मैं हमेशा पुरानी इमारते देखती हूँ और हाँ वे ठीक हैं पर नया इमारतें देखने का मज्जा ही कुछ और है | सोचो कितना समय और तयारी करना पर्दा रूप खीचना करने के लिए | बुर्ज खलीफा एक फूल की सुन्दरता से प्रेरित हुआ | इसके अन्दर बहुत साड़ी दफ्तर हैं बारे-बारे कोम्पन्यों के और कुछ लोग भी रहते हैं नीचे वाले मंजिल में, सोचो कितना पैसा देना पड़ेगा इतनी सुंदर, लम्बी इमारत में रहने के लिए | यह "बुर्ज खलीफा" कहलाह जाता है क्योंकि वेह बनाया गया था एक चिकागो कंपनी से दो हज़ार चार में राष्ट्रपति खलीफा बिन ज़ायेद अल नहयान के लिए | देखते हैं कभी मुझे मौका मिलेगा मैं ज़रूर बुर्ज खलीफा देकने दुबई जाऊंगी |
Friday, 20 January 2012
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment