Tuesday 27 September 2011

मेरे बचपन की समृतियाँ


भारत की आवला, मुझ को ग्रेट ब्रिटेन जाना चती हैं .मेरी दोस्त और मेरे भाई यूरपो गाये लेकिन हम लोग ग्रेट  ब्रित्तें  देखना नहीं गाये . थो मुझको ग्रेट ब्रिटेन बहुत बहुत देखना चाहिए. भी इर्लैंड  में मेरे माँ की बहुत दूर परिवार रह  रहे हैं.  में उसने नहीं मिले. इर्लैंड  बहुत हरा हैं और मुझको हरा बुहत पसुंद है.  इर्लैंड  बहुत महल में और बुहत भेड़ में भी.  मुझ को इन चीजों देखना चताई हैं. 
भी में इंग्लैंड जॉगा. मुझ को पिरबार नहीं इंग्लैंड में रह रही हैं लिकन मेरी दादी के  पीता इंग्लैंड और स्कौटलैंड से थे.  मुझ को इंग्लैंड जाना क्योंकि मेरे बचपन में  मुझे बहुत फ्लिम देखे थे  फ्लिम का इंग्लैंड.  मेरे पहली फ्लिम का नाम रोंबिं हूद था. फ्लिम में मोर्गिन फ्रीमान. मुझको एक Mistletoe  पेड़ यदा करती थी.  मुझ को वह पेड़ बहुत पसुंद हैं.

वह पेड़ बहुत सुन्दर हैं.  उस समय बारिश बारिश रही में इंग्लैंड में सपनी हैं.  भी मुझ को मछली और चिप्स बहुत पसुंद हैं. सब से मैं  अंग्रेज़ी लोग सुनी चती हैं. दुसरे दिश  बहुत हरा हैं और बहुत ग्रे का आसमाने हैं. भी दुसरे दिश के पास समंदर हैं और बहुत उम्र. मुझ को उम्र दिश और फ्लिम के बारे में उम्र चीजों दिलचस्प हैं.

तवारीख अभूत आच्छा है.  तवारीख कहानियाँ के बनातीं हैं और मुझे कहानियाँ बहुत पसुंद हैं , कहानियाँ के लोग और कहानियाँ के ज़मीन. मुझे ग्रेट ब्रिटेन जानती क्योंकि ग्रेट ब्रिटेन में छुच बहुत आच्छे लेखकों थे. मैं "Stratford upon Avon" जनाती हैं. 

No comments:

Post a Comment